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प्रियंका को महासचिव बनाने पर पति रॉबर्ट वाड्रा हुए खुश,कहा-हर मोड पर साथ दूंगा
नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस ने एक बड़ा कदम उठाते हुए प्रियंका गांधी को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बना दिया। ऐसे में प्रियंका गांधी की राजनीति में औपचारिक एंट्री हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश का जनरल सेक्रेट्री नियुक्त किया है। प्रियंका गांधी वाड्रा को पूर्वी उत्तर प्रदेश का महासचिव बनाए जाने पर उनके पति रॉबर्ट वाड्रा ने बधाई दी है। प्रियंका की इस ताजपोशी पर खुशी जाहिर करते हुए वाड्रा ने फेसबुक पर लिखा कि वह नई राजनीतिक पारी के लिए प्रियंका को शुभकामनाएं देते हैं।
वाड्रा ने कहा कि वह जीवन के हर मोड़ पर प्रियंका का साथ देंगे। प्रियंका गांधी अभी विदेश दौरे पर हैं। कांग्रेस ने प्रियंका की राजनीतिक भूमिका लोकसभा चुनावों से पहले बढ़ाई है। वाड्रा ने फेसबुक पर लिखा, ‘बधाई....मैं हमेशा और जीवन के हर मोड़ पर आपके साथ हूं। अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।’ प्रियंका गांधी की अब तक सक्रिय राजनीति से दूरी रही है। वह अब तक अमेठी और रायबरेली में कांग्रेस पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करती रही हैं।
अमेठी से उनके भाई राहुल गांधी सांसद हैं जबकि रायबरेली से उनकी मां सोनिया गांधी सांसद हैं। समझा जाता है कि कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को यूपी की राजनीति में उतारकर सपा और बसपा पर दबाव बनाने एवं मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश की है। पूर्वांचल सहित उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की हालत ठीक नहीं है। 2014 के लोकसभा चुनावों में उसे महज दो सीटें मिली थीं। जबकि 2017 के विधानसभा चुनावों में उसे सात सीटें मिलीं।
कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव सपा के साथ मिलकर लड़ा था। यूपी में सपा-बसपा का गठबंधन हो जाने के बाद उसके पास अकेले चुनाव लडऩे के सिवाय कोई और विकल्प नहीं बचा है। ऐसे में कांग्रेस अपनी पूरी ताकत के साथ चुनाव लडऩा चाहती है। राहुल गांधी ने भी स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस यूपी में पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी।
वाड्रा ने कहा कि वह जीवन के हर मोड़ पर प्रियंका का साथ देंगे। प्रियंका गांधी अभी विदेश दौरे पर हैं। कांग्रेस ने प्रियंका की राजनीतिक भूमिका लोकसभा चुनावों से पहले बढ़ाई है। वाड्रा ने फेसबुक पर लिखा, ‘बधाई....मैं हमेशा और जीवन के हर मोड़ पर आपके साथ हूं। अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।’ प्रियंका गांधी की अब तक सक्रिय राजनीति से दूरी रही है। वह अब तक अमेठी और रायबरेली में कांग्रेस पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करती रही हैं।
अमेठी से उनके भाई राहुल गांधी सांसद हैं जबकि रायबरेली से उनकी मां सोनिया गांधी सांसद हैं। समझा जाता है कि कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को यूपी की राजनीति में उतारकर सपा और बसपा पर दबाव बनाने एवं मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश की है। पूर्वांचल सहित उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की हालत ठीक नहीं है। 2014 के लोकसभा चुनावों में उसे महज दो सीटें मिली थीं। जबकि 2017 के विधानसभा चुनावों में उसे सात सीटें मिलीं।
कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव सपा के साथ मिलकर लड़ा था। यूपी में सपा-बसपा का गठबंधन हो जाने के बाद उसके पास अकेले चुनाव लडऩे के सिवाय कोई और विकल्प नहीं बचा है। ऐसे में कांग्रेस अपनी पूरी ताकत के साथ चुनाव लडऩा चाहती है। राहुल गांधी ने भी स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस यूपी में पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी।
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