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सर्वदलीय बैठक में आतंक के खिलाफ सभी दलों ने दिया समर्थन, प्रस्ताव पास
नई दिल्ली। पुलमावा में 40 सीआरपीएफ जवानों की शहीद होने के बाद शनिवार को एक सर्वदलीय बैठक संसद भवन में खत्म हो गई है। बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुलाब नबी आजाद ने कहा कि आतंक के खात्मे के लिए पूरा विपक्ष सरकार के साथ है। हमें सेना पूरा भरोसा है। बैठक शहीदों को मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
हम देश की एकता, अखंडता के लिए सरकार और सुरक्षा बलों के साथ हैं। कश्मीर हो या देश का कोई दूसरा हिस्सा, कांग्रेस पार्टी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सरकार को पूरा समर्थन देती है। उन्होंने आगे कहा कि मैंने गृह मंत्री से अनुरोध किया है कि वे प्रधानमंत्री से हमारी तरफ से निवेदन करें कि सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के अध्यक्षों की बैठक बुलाकर विचार-विमर्श करें। इस बात का दूसरे दलों ने भी समर्थन दिया है।
इस सर्वदलीय बैठक में एक प्रस्ताव पास किया गया। इस प्रस्ताव में 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले की निंदा की गई, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवानों की मौत हो गई। प्रस्ताव में कहा गया कि देशवासियों के साथ हम इस दुख की घड़ी में शहीदों के परिवारों के साथ खड़े हैं। हम सीमा पार से समर्थन मिल रहे आतंकवाद के हर स्वरूप की निंदा करते हैं।
पिछले 3 दशकों से भारत सीमा पार आतंकवाद का सामना कर रहा है। भारत में फैले आतंकवाद को सीमा के उस पार से सक्रिय रूप से प्रोत्साहन मिल रहा है। भारत इन चुनौतियों का मिलकर मुकाबला कर रहा है। इस लड़ाई में पूरा देश एकसाथ है। हम आतंकवाद से लड़ाई में अपने सुरक्षा बलों के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं।
हम देश की एकता, अखंडता के लिए सरकार और सुरक्षा बलों के साथ हैं। कश्मीर हो या देश का कोई दूसरा हिस्सा, कांग्रेस पार्टी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सरकार को पूरा समर्थन देती है। उन्होंने आगे कहा कि मैंने गृह मंत्री से अनुरोध किया है कि वे प्रधानमंत्री से हमारी तरफ से निवेदन करें कि सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के अध्यक्षों की बैठक बुलाकर विचार-विमर्श करें। इस बात का दूसरे दलों ने भी समर्थन दिया है।
इस सर्वदलीय बैठक में एक प्रस्ताव पास किया गया। इस प्रस्ताव में 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले की निंदा की गई, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवानों की मौत हो गई। प्रस्ताव में कहा गया कि देशवासियों के साथ हम इस दुख की घड़ी में शहीदों के परिवारों के साथ खड़े हैं। हम सीमा पार से समर्थन मिल रहे आतंकवाद के हर स्वरूप की निंदा करते हैं।
पिछले 3 दशकों से भारत सीमा पार आतंकवाद का सामना कर रहा है। भारत में फैले आतंकवाद को सीमा के उस पार से सक्रिय रूप से प्रोत्साहन मिल रहा है। भारत इन चुनौतियों का मिलकर मुकाबला कर रहा है। इस लड़ाई में पूरा देश एकसाथ है। हम आतंकवाद से लड़ाई में अपने सुरक्षा बलों के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं।
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