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अकाली अपनी पार्टी के संकट और बग़ावत से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे
चंडीगढ़ । पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने स्कूली इतिहास की किताबों के मुद्दे पर सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में अकालियों द्वारा कानून व्यवस्था की अनावश्यक समस्या पैदा करने के लिए की तीखी आलोचना की है । उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से माहिर ग्रुप द्वारा इन किताबों के जायज़े का कार्य मुकम्मल कर लिए जाने तक पाठ्यक्रम में नयी किताबें न लगाए जाने की बात को स्पष्ट कर देने के बावजूद अकालियों की तरफ से गड़बड़ी पैदा की जा रही है ।
अकाली प्रदर्शनकारियों द्वारा मुख्यमंत्री निवास के बाहर लगी बाधाओंं को तोडऩे की कोशिश करते हुए पुलिस के साथ झड़प करने पर तीखी प्रतिक्रिया प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सुखबीर कानून को अपने हाथों में लेने की कोशिश कर रहा है और दिवाली से बिल्कुल पहले कानून व्यवस्था को बनाए रखने के अहम कार्य से लोगों का ध्यान एक तरफ़ कर रहा है ।
यहाँ जारी एक बयान में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि सुखबीर की यह क्रोध भरी कार्यवाही शिरोमणी अकाली दल को पेश गंभीर संकट से ध्यान हटाने की कोशिश है । अकाली दल लोकसभा चुनाव से केवल कुछ महीने पहले गंभीर अंदरूनी बग़ावत का सामना कर रहा है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पहले ही पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पी.एस.ई.बी) को 11वीं और 12वीं की इतिहास की मौजूदा किताबें तब तक जारी रखने के लिए निर्देश दिए हैं जब तक माहिर ग्रुप द्वारा किताबों के जायज़े सम्बन्धी लम्बित पड़े काम को मुकम्मल नहीं कर लिया जाता । इस ग्रुप ने पहले ही 11 मीटिंगें कर ली हैं और इसकी तरफ से तथ्यों और धार्मिक विवरण बारे जाँच पड़ताल की जा रही है ।
इस माहिर ग्रुप में प्रसिद्ध इतिहासकार हैं । 11वीं और 12वीं के इतिहास के पाठ्यक्रम में कथित गलतियाँ और विसंगतियों के सम्बन्ध में कुछ लोगों द्वारा उठाई गई चिंताओं के कारण राज्य सरकार ने 11 मई, 2018 को इस ग्रुप का गठन किया था । यह ग्रुप प्रो. कृपाल सिंह के नेतृत्व में बनाया गया था । डा. जे.एस. गरेवाल, डा. इन्दु बंगा और डा. पृथीपाल सिंह कपूर, डा. बलवंत सिंह ढिल्लों और डा. इन्द्रजीत सिंह गोगियानी इसके मैंबर हैं । पिछले दोनों मैंबर एस.जी.पी.सी की नुमायंदगी करते हैं ।
अकाली प्रदर्शनकारियों द्वारा मुख्यमंत्री निवास के बाहर लगी बाधाओंं को तोडऩे की कोशिश करते हुए पुलिस के साथ झड़प करने पर तीखी प्रतिक्रिया प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सुखबीर कानून को अपने हाथों में लेने की कोशिश कर रहा है और दिवाली से बिल्कुल पहले कानून व्यवस्था को बनाए रखने के अहम कार्य से लोगों का ध्यान एक तरफ़ कर रहा है ।
यहाँ जारी एक बयान में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि सुखबीर की यह क्रोध भरी कार्यवाही शिरोमणी अकाली दल को पेश गंभीर संकट से ध्यान हटाने की कोशिश है । अकाली दल लोकसभा चुनाव से केवल कुछ महीने पहले गंभीर अंदरूनी बग़ावत का सामना कर रहा है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पहले ही पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पी.एस.ई.बी) को 11वीं और 12वीं की इतिहास की मौजूदा किताबें तब तक जारी रखने के लिए निर्देश दिए हैं जब तक माहिर ग्रुप द्वारा किताबों के जायज़े सम्बन्धी लम्बित पड़े काम को मुकम्मल नहीं कर लिया जाता । इस ग्रुप ने पहले ही 11 मीटिंगें कर ली हैं और इसकी तरफ से तथ्यों और धार्मिक विवरण बारे जाँच पड़ताल की जा रही है ।
इस माहिर ग्रुप में प्रसिद्ध इतिहासकार हैं । 11वीं और 12वीं के इतिहास के पाठ्यक्रम में कथित गलतियाँ और विसंगतियों के सम्बन्ध में कुछ लोगों द्वारा उठाई गई चिंताओं के कारण राज्य सरकार ने 11 मई, 2018 को इस ग्रुप का गठन किया था । यह ग्रुप प्रो. कृपाल सिंह के नेतृत्व में बनाया गया था । डा. जे.एस. गरेवाल, डा. इन्दु बंगा और डा. पृथीपाल सिंह कपूर, डा. बलवंत सिंह ढिल्लों और डा. इन्द्रजीत सिंह गोगियानी इसके मैंबर हैं । पिछले दोनों मैंबर एस.जी.पी.सी की नुमायंदगी करते हैं ।
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