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पति से विवाद के बाद विवाहिता ने पी ली हेयर डाई
बांदा । जिले नरैनी थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती ने मंगलवार की देर शाम फोन पर पति से हुए विवाद के बाद हेयर डाई पीकर जान देने की कोशिश की। उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।
अपर पुलिस अधीक्षक लाल भरत कुमार पाल ने अस्पताल में पीड़िता के दर्ज किए बयान के हवाले से बुधवार को बताया कि ‘ युवती(23) ने इसी साल 26 जनवरी को झांसी में ठेकेदारी कर रहे दतिया के राहुल निषाद से शादी की थी, वह महज दो बार अपनी ससुराल गई है और पति से अनबन हो गई।’ उन्होंने बताया कि ‘अपने बयानों में उसने कहा कि उसका पति मानसिक रूप से उसे प्रताड़ित कर रहा है और जान से मारने की धमकी देता है। मंगलवार की शाम भी पति ने फोन से धमकी दी, जिसके बाद उसने हेयर डाई पीकर जान देने की कोशिश की है।’ एएसपी ने बताया कि ‘पीड़िता के परिजन उसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरैनी ले गए और वहां से रेफर होने के बाद देर रात उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है और वह बात भी कर रही है।
पुलिस ने कहा कि ‘तहरीर मिलने पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने वाले उसके पति के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाएगी।’उधर, जिले की सरकारी अस्पताल में पीड़िता का इलाज कर रहे चिकित्सक डाॅ. एस.डी. त्रिपाठी और डाॅ. प्रदीप कुमार ने बताया कि ‘पीड़िता की हालत में सुधार है, वह खतरे से बाहर है।’
अपर पुलिस अधीक्षक लाल भरत कुमार पाल ने अस्पताल में पीड़िता के दर्ज किए बयान के हवाले से बुधवार को बताया कि ‘ युवती(23) ने इसी साल 26 जनवरी को झांसी में ठेकेदारी कर रहे दतिया के राहुल निषाद से शादी की थी, वह महज दो बार अपनी ससुराल गई है और पति से अनबन हो गई।’ उन्होंने बताया कि ‘अपने बयानों में उसने कहा कि उसका पति मानसिक रूप से उसे प्रताड़ित कर रहा है और जान से मारने की धमकी देता है। मंगलवार की शाम भी पति ने फोन से धमकी दी, जिसके बाद उसने हेयर डाई पीकर जान देने की कोशिश की है।’ एएसपी ने बताया कि ‘पीड़िता के परिजन उसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरैनी ले गए और वहां से रेफर होने के बाद देर रात उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है और वह बात भी कर रही है।
पुलिस ने कहा कि ‘तहरीर मिलने पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने वाले उसके पति के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाएगी।’उधर, जिले की सरकारी अस्पताल में पीड़िता का इलाज कर रहे चिकित्सक डाॅ. एस.डी. त्रिपाठी और डाॅ. प्रदीप कुमार ने बताया कि ‘पीड़िता की हालत में सुधार है, वह खतरे से बाहर है।’
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