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बालिग दुल्हनों के लिए बारात लेकर आए थे नाबालिग दुल्हे
जींद। अब तक बाल वधु बनने के मामले तो सामने आए थे लेकिन जींद में पहली बार
ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक नहीं बल्कि दो बाल वर बनने जा रहे थे।
महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध कार्यालय की टीम ने मौके पर पहुंचकर इस
शादी को रूकवाया। दोनों दुल्हन बालिग थी लेकिन जिनके संग उनकी शादी होने जा
रही थी, वह दोनों सगे भाई 12वीं कक्षा के छात्र थे और नाबालिग थे। यह
अनोखा मामला सामने आया जींद के बहादुरगढ़ गांव में। जिला महिला संरक्षण
एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी करमिंद्र कौर को चाइल्ड हैल्पलाइन से सूचना
मिली थी कि दो नाबालिग लड़कों और लड़कियों की शादी करवाई जा रही है और
दोनों की बारात भी आ चुकी है। दोनों लड़कियों के फेरों की तैयारी जारी है।
इस पर कार्रवाई करते हुए बाल विवाह निषेध अधिकारी कार्यालय से रवि लोहान,
एसपीओ सुरेशकुमार, महिला हेड कांस्टेबल गीता देवी, कांस्टेबल अशोक, चाइल्ड
हैल्पलाइन -से विनोद कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंचे तथा विवाह स्थल पर
परिवार के लोगों से दोनों के जन्म पत्र मांगे गए तो दोनों लड़कियों की उम्र
18 और 19 वर्ष मिली और दोनों दुल्हनें बालिग मिली।
इसके बाद जब बारात में आए दोनों लड़कों के बालिग होने का प्रमाण पत्र मांगा गया तो पहले तो बारातियों ने कोई भी प्रमाण पत्र दिखाने में पहले तो आनाकानी की। लगभग दो घंटे के बाद जो सर्टिफिकेट पत्र दिखाए उसमें दोनों ही दुल्हे नाबालिग निकले। दोनों लड़के सगे भाई और बाहरवीं कक्षा के छात्र मिले। इस पर कार्रवाई करते हुए टीम ने दोनों लड़कों का विवाह रोकने को कहा और तब तक शादी नहीं करने को कहा जब तक लड़के बालिग नहीं हो जाते। इस पर दबलैन गांव से आई बारात में हड़कंप मंच गया। इस मामले में जब दोनों के परिवारजनों से बातचीत की गई और दूल्हा व उसके परिवार के लोगों को मौके पर ही समझाया गया कि यह विवाह नहीं हो सकता क्योंकि दोनों लड़के नाबालिग हैं। तब कहीं जा कर परिवार के लोग माने और दोनों परिवारों ने इस पर विवाह स्थगित कर दिया तथा लड़कों के बालिग होने के बाद ही विवाह करने की बात कही। बारात को बिना दुल्हनों के ही लौटना पड़ा।
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इसके बाद जब बारात में आए दोनों लड़कों के बालिग होने का प्रमाण पत्र मांगा गया तो पहले तो बारातियों ने कोई भी प्रमाण पत्र दिखाने में पहले तो आनाकानी की। लगभग दो घंटे के बाद जो सर्टिफिकेट पत्र दिखाए उसमें दोनों ही दुल्हे नाबालिग निकले। दोनों लड़के सगे भाई और बाहरवीं कक्षा के छात्र मिले। इस पर कार्रवाई करते हुए टीम ने दोनों लड़कों का विवाह रोकने को कहा और तब तक शादी नहीं करने को कहा जब तक लड़के बालिग नहीं हो जाते। इस पर दबलैन गांव से आई बारात में हड़कंप मंच गया। इस मामले में जब दोनों के परिवारजनों से बातचीत की गई और दूल्हा व उसके परिवार के लोगों को मौके पर ही समझाया गया कि यह विवाह नहीं हो सकता क्योंकि दोनों लड़के नाबालिग हैं। तब कहीं जा कर परिवार के लोग माने और दोनों परिवारों ने इस पर विवाह स्थगित कर दिया तथा लड़कों के बालिग होने के बाद ही विवाह करने की बात कही। बारात को बिना दुल्हनों के ही लौटना पड़ा।
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जींद
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