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खेल रत्न में राजनीति करने का आरोप, खेल मंत्रालय ने दिया स्पष्टीकरण
नई दिल्ली। खेल मंत्रालय ने पहलवान बजरंग पूनिया के लगाए गए आरोपों का स्पष्टीकरण दिया है। खेल मंत्रालय ने बताया कि खेल रत्न की चयन प्रक्रिया के मापदंडों में अलग-अलग मानकों के द्वारा खेलों पर निर्णय किया जाता है। बजरंग ने इस वर्ष कॉमनवेल्थ गेम्स और जकार्ता एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल भारत को दिलाए थे। इस प्रदर्शन के आधार पर उन्हें भारतीय कुश्ती महासंघ ने खेल रत्न के लिए नामित किया था। मिली जानकारी के अनुसार, पहलवान बजरंग पूनिया ने आरोप लगाया था कि इस वर्ष गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ और जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बावजूद उन्हें इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए नहीं लिया गया है।
इसी आधार पर खेल मंत्रालय और पुरस्कार समिति पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि खेल रत्न के लिए जब उनके अंक ज्यादा हैं तो उन्हें इस पुरस्कार के लिए क्यों नहंीं चुना गया। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार नहीं मिलने से निराश पूनिया ने खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से भी मुलाकात की। वहां उनको सही जवाब नहीं मिल पाया।वहीं दूसरी ओर, खेल मंत्रालय ने खेल रत्न की चयन प्रक्रिया के मापदंडों को स्पष्ट करते हुए कहा कि इसके लिए अलग-अलग मानकों द्वारा विभिन्न खेलों का निर्णय किया जाता है। खेल मंत्रालय ने बताया कि प्वाइंट सिस्टम का उपयोग खेल के भीतर खिलाडिय़ों में डिफरेंट दिखाने के लिए किया जाता है। विभिन्न खेलों का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाडिय़ों पर नहीं किया जाता है।
विराट कोहली आईसीसी रैंकिंग के 3 प्रारूपों में से 2 में टॉप पर जमे हुए हैं, जबकि मीराबाई चानू वर्तमान में ओलंपिक खेल में एकमात्र भारतीय विश्व चैंपियन होने के आधार पर खेल मंत्रालय की ओर से दोनों खिलाडिय़ों को खेल रत्न के लिए चयन किया गया है। उल्लेख है कि देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार पर नाम पर चयन गुरुवार को किया गया था। यह सम्मान 25 सितंबर को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों दिए जाने का प्रोग्राम है। कोहली और चानू को मेडल और प्रशस्ति पत्र सहित 7.5 लाख रुपए का पुरस्कृत किया जाएगा।
इसी आधार पर खेल मंत्रालय और पुरस्कार समिति पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि खेल रत्न के लिए जब उनके अंक ज्यादा हैं तो उन्हें इस पुरस्कार के लिए क्यों नहंीं चुना गया। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार नहीं मिलने से निराश पूनिया ने खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से भी मुलाकात की। वहां उनको सही जवाब नहीं मिल पाया।वहीं दूसरी ओर, खेल मंत्रालय ने खेल रत्न की चयन प्रक्रिया के मापदंडों को स्पष्ट करते हुए कहा कि इसके लिए अलग-अलग मानकों द्वारा विभिन्न खेलों का निर्णय किया जाता है। खेल मंत्रालय ने बताया कि प्वाइंट सिस्टम का उपयोग खेल के भीतर खिलाडिय़ों में डिफरेंट दिखाने के लिए किया जाता है। विभिन्न खेलों का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाडिय़ों पर नहीं किया जाता है।
विराट कोहली आईसीसी रैंकिंग के 3 प्रारूपों में से 2 में टॉप पर जमे हुए हैं, जबकि मीराबाई चानू वर्तमान में ओलंपिक खेल में एकमात्र भारतीय विश्व चैंपियन होने के आधार पर खेल मंत्रालय की ओर से दोनों खिलाडिय़ों को खेल रत्न के लिए चयन किया गया है। उल्लेख है कि देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार पर नाम पर चयन गुरुवार को किया गया था। यह सम्मान 25 सितंबर को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों दिए जाने का प्रोग्राम है। कोहली और चानू को मेडल और प्रशस्ति पत्र सहित 7.5 लाख रुपए का पुरस्कृत किया जाएगा।
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