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UPSC द्वारा शामिल 6 विषय एचसीएस और संबद्ध सेवा परीक्षा के पाठ्यक्रम में होंगे शामिल

चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने निर्णय लिया है कि केन्द्रीय लोकसेवा आयोग द्वारा जिन 6 विषयों को आईएएस और संबद्ध सेवाओं की परीक्षाओं के लिए शामिल किया गया है, लेकिन वे एचसीएस (कार्यकारी शाखा) और संबद्ध सेवाओं की परीक्षा में शामिल नहीं हैं, उन्हें भी अब एचसीएस (कार्यकारी शाखा) और संबद्ध सेवा परीक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
इस संबंध में जानकारी देेते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस संबंध में एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
उन्होंने कहा कि जिन 6 विषयों को शामिल किया जाना है उनमें एंथ्रोपोलॉजी, जियोलॉजी, मैनेजमेंट, मेडिकल साइंस, फिलॉसफी और स्टैटिस्टिक्स हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए एचसीएस (कार्यकारी शाखा) नियम, 2008 के अनुबंध-2 के साथ नियम 11 के अनुसार थोड़ा संशोधन किया जाएगा और उसके बाद, एचसीएस (कार्यकारी शाखा) और संबद्ध सेवाओं की परीक्षा के लिए नए सिरे से हरियाणा लोक सेवा आयोग के परामर्श के साथ फिर से अधिसूचित किया जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि एचसीएस (कार्यकारी शाखा) के पद के लिए पैटर्न और पाठ्यक्रम यूपीएससी के पैटर्न पर अपनाया गया है और इसलिए आईएएस के लिए पाठ्यक्रम एचसीएस (कार्यकारी शाखा) और संबद्ध सेवाओं की भविष्य की भर्ती के लिए प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि एचपीएससी की सिफारिशों पर गत 6 नवंबर, 2008 को वर्तमान पाठ्यक्रम अधिसूचित किया गया था।
इस संबंध में जानकारी देेते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस संबंध में एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
उन्होंने कहा कि जिन 6 विषयों को शामिल किया जाना है उनमें एंथ्रोपोलॉजी, जियोलॉजी, मैनेजमेंट, मेडिकल साइंस, फिलॉसफी और स्टैटिस्टिक्स हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए एचसीएस (कार्यकारी शाखा) नियम, 2008 के अनुबंध-2 के साथ नियम 11 के अनुसार थोड़ा संशोधन किया जाएगा और उसके बाद, एचसीएस (कार्यकारी शाखा) और संबद्ध सेवाओं की परीक्षा के लिए नए सिरे से हरियाणा लोक सेवा आयोग के परामर्श के साथ फिर से अधिसूचित किया जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि एचसीएस (कार्यकारी शाखा) के पद के लिए पैटर्न और पाठ्यक्रम यूपीएससी के पैटर्न पर अपनाया गया है और इसलिए आईएएस के लिए पाठ्यक्रम एचसीएस (कार्यकारी शाखा) और संबद्ध सेवाओं की भविष्य की भर्ती के लिए प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि एचपीएससी की सिफारिशों पर गत 6 नवंबर, 2008 को वर्तमान पाठ्यक्रम अधिसूचित किया गया था।
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