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RSS के वे 5 चेहरे, जो आर्थिक नीतियां बनाने में रखते हैं यकीन, यहां जानिए उनका नाम
नई दिल्ली। देश के आर्थिक मुद्दों पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का क्या दृष्टिकोण होना चाहिए, यह तय करने में पांच प्रमुख चेहरे अहम भूमिका निभाते हैं। ये वे चेहरे हैं जो आदर्शवाद (आइडियलिज्म) और यथार्थवाद (रियलिज्म) के बीच की नीतियां बनाने में यकीन रखते हैं, ताकि मोदी सरकार में संघ का उस तरह से टकराव न हो, जिस तरह से कभी वाजपेयी सरकार के जमाने में होता था। संघ से जुड़े सूत्रों का तो कुछ ऐसा ही कहना है।
ये चेहरे तय करते हैं संघ का आर्थिक दृष्टिकोण :
सुरेश सोनी : आरएसएस में सह सर कार्यवाह (ज्वाइंट सेक्रेटरी) सुरेश सोनी अर्थशास्त्र पर अच्छी पकड़ रखते हैं और इस विषय पर किताब भी लिख चुके हैं। संघ सूत्रों का कहना है कि आर्थिक क्षेत्र में काम करने वाला स्वदेशी जागरण मंच, लघु उद्योग भारती के पदाधिकारी सुरेश सोनी को रिपोर्ट करते हैं।
बजरंग लाल गुप्ता : आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक बजरंग लाल गुप्ता अर्थशास्त्री भी हैं। अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे हैं। संघ में इस वक्त उत्तर क्षेत्र संघचालक के तौर पर काम कर रहे बजरंग लाल गुप्ता ने 'भारत का आर्थिक इतिहास', 'हिंदू अर्थ चिंतन' आदि पुस्तकें लिखकर भारतीय आर्थिक मॉडल पर जोर देते रहे हैं।
ये चेहरे तय करते हैं संघ का आर्थिक दृष्टिकोण :
सुरेश सोनी : आरएसएस में सह सर कार्यवाह (ज्वाइंट सेक्रेटरी) सुरेश सोनी अर्थशास्त्र पर अच्छी पकड़ रखते हैं और इस विषय पर किताब भी लिख चुके हैं। संघ सूत्रों का कहना है कि आर्थिक क्षेत्र में काम करने वाला स्वदेशी जागरण मंच, लघु उद्योग भारती के पदाधिकारी सुरेश सोनी को रिपोर्ट करते हैं।
बजरंग लाल गुप्ता : आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक बजरंग लाल गुप्ता अर्थशास्त्री भी हैं। अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे हैं। संघ में इस वक्त उत्तर क्षेत्र संघचालक के तौर पर काम कर रहे बजरंग लाल गुप्ता ने 'भारत का आर्थिक इतिहास', 'हिंदू अर्थ चिंतन' आदि पुस्तकें लिखकर भारतीय आर्थिक मॉडल पर जोर देते रहे हैं।
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