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बजरी माफियाओं से वसूली का खेल, 21 पुलिसवाले सस्पैंड, गहलोत ने साधा निशाना
जयपुर । राजधानी में पुलिसवालों की अवैध बजरी माफियाओं के साथ मिलीभगत और वसूली का खेल उजागर होने के बाद पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने ट्रैफिक और 3 थानों के 21 पुलिसकर्मियों को सस्पैंड कर दिया है और तीन थानाधिकारियों लाइन हाजिर कर दिया है। एक अखबार के स्टिंग ऑपरेशन के बाद यह मिलीभगत का खेल उजगार हुआ, रविवार को ही देर रात पुलिस कमिश्नर ने ट्रकों से वसूली के खेल में लगे सभी पुलिसवालों को नाप दिया।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता में आरोप लगाया कि यह खेल तो अभी उजागर हुआ है, लेकिन पिछले एक साल से अवैध खनन माफियाओं के साथ भाजपा सरकार का खेल चल रहा था और वसुंधरा सरकार ने ही अवैध वसूली की छूट दे रखी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि 5 हजार रुपये का बजरी का ट्रक 30 से 40 हजार रुपये मिल रहा है, इसके पीछे राज्य सरकार ही दोषी है। गहलोत ने कहा कि पिछले दिनों धौलपुर में पुलिस और बजरी माफिया के बीच मुठभेड़ हुई। बजरी माफियाओं को रोका तो फायरिंग करते हुए पुलिसकर्मियों पर ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रयास किया गया। वहीं दौसा में भी अवैध खनन रोकने गई टीम को बंधक बनाकर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता में आरोप लगाया कि यह खेल तो अभी उजागर हुआ है, लेकिन पिछले एक साल से अवैध खनन माफियाओं के साथ भाजपा सरकार का खेल चल रहा था और वसुंधरा सरकार ने ही अवैध वसूली की छूट दे रखी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि 5 हजार रुपये का बजरी का ट्रक 30 से 40 हजार रुपये मिल रहा है, इसके पीछे राज्य सरकार ही दोषी है। गहलोत ने कहा कि पिछले दिनों धौलपुर में पुलिस और बजरी माफिया के बीच मुठभेड़ हुई। बजरी माफियाओं को रोका तो फायरिंग करते हुए पुलिसकर्मियों पर ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रयास किया गया। वहीं दौसा में भी अवैध खनन रोकने गई टीम को बंधक बनाकर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया।
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