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The Sky Is Pink Movie Review : इमोशंस से भरी और दिल को छू लेने वाली कहानी है द स्काई इज पिंक
कहानी... द स्काई इज पिंक की कहानी की शुरुआत 2015 से होती है।
फिल्म में अहम् किरदार निभा रही जायरा वसीम (आयशा चौधरी) की कहानी है।
जायरा (Zaira Wasim) ही अपनी आवाज में फिल्म की कहानी बता रही हैं। वे
बताती हैं कि कैसे वो एक बड़ी बीमारी के साथ पैदा होती है और ये बीमारी
उनके पूरे परिवार को बदल देती है।
बचपन से ही उन्हें बचाने की मुहिम शुरू हो जाती है। प्रियंका चोपड़ा (अदिति) और फरहान अख्तर (नीरेन चौधरी) जायरा के माता-पिता हैं और रोहित सराफ (ईशान चौधरी) बड़े भाई की भूमिका में हैं। ख़ास बात ये है कि फिल्म के शुरुवात में ही जायरा ने बता दिया कि वो मर चुकी है लेकिन उसे आप भुत- प्रेत ना समझें क्योंकि वो जहां भी है बहुत खुश है। बचपन से ही जायरा को pulmonary fibrosis नाम की जानलेवा बीमारी है।
अपनी बेटी का इलाज करवाने के लिए अदिति (प्रियंका चोपडा) और नीरेन चौधरी (फरहान अख्तर) को विदेश तक जाना पड़ता है जबकि इनके पास वहां जाने के लिए टिकट के पैसे तक नहीं होते। विदेश में पहुंच कर पता चलता है कि नन्ही सी आयशा को बचाने के लिए एक सौ बीस पाउंड की जरुरत है। जैसे तैसे लोगों से मदद लेकर जायरा का ऑपरेशन तो हो जाता है लेकिन डॉक्टर के अनुसार 18 साल तक जायरा (आयशा) को अपना सफल इलाज करवाने के लिए विदेश में ही रहना है। ऐसे में फरहान को कभी इंडिया तो कभी विदेश का भर्मण करना पड़ता है। इस बीच कड़ी मेहनत के साथ फरहान और प्रियंका का क्या होता है इसके लिए आपको कल रिलीज हो रही फिल्म को देखना पडेगा।
क्या है द स्काई इज पिंक का मतलब...
बचपन से ही उन्हें बचाने की मुहिम शुरू हो जाती है। प्रियंका चोपड़ा (अदिति) और फरहान अख्तर (नीरेन चौधरी) जायरा के माता-पिता हैं और रोहित सराफ (ईशान चौधरी) बड़े भाई की भूमिका में हैं। ख़ास बात ये है कि फिल्म के शुरुवात में ही जायरा ने बता दिया कि वो मर चुकी है लेकिन उसे आप भुत- प्रेत ना समझें क्योंकि वो जहां भी है बहुत खुश है। बचपन से ही जायरा को pulmonary fibrosis नाम की जानलेवा बीमारी है।
अपनी बेटी का इलाज करवाने के लिए अदिति (प्रियंका चोपडा) और नीरेन चौधरी (फरहान अख्तर) को विदेश तक जाना पड़ता है जबकि इनके पास वहां जाने के लिए टिकट के पैसे तक नहीं होते। विदेश में पहुंच कर पता चलता है कि नन्ही सी आयशा को बचाने के लिए एक सौ बीस पाउंड की जरुरत है। जैसे तैसे लोगों से मदद लेकर जायरा का ऑपरेशन तो हो जाता है लेकिन डॉक्टर के अनुसार 18 साल तक जायरा (आयशा) को अपना सफल इलाज करवाने के लिए विदेश में ही रहना है। ऐसे में फरहान को कभी इंडिया तो कभी विदेश का भर्मण करना पड़ता है। इस बीच कड़ी मेहनत के साथ फरहान और प्रियंका का क्या होता है इसके लिए आपको कल रिलीज हो रही फिल्म को देखना पडेगा।
क्या है द स्काई इज पिंक का मतलब...
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