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Review : मसालेदार है SOTY-2, युवा करेंगे टाइगर, अनन्या, तारा का फैसला
कमियों की बात करें तो कहानी में नयापन नहीं है और न ही ये दमदार है।
स्क्रीन प्ले और सीन ऐसे लगते हैं कि एक फॉर्मूले को फॉलो करके डाले गए
हैं। कोई सरप्राइज फैक्टर नहीं है। कुछ बातें हैं जो गले से नहीं उतरतीं।
गाने भी ऐसे नहीं हैं, जो लंबे समय तक याद रखे जाएं। फिल्म में अमीर और
गरीब स्टूडेंट्स के बीच का अंतर प्रभाव नहीं जमा पाता। फिल्म 3-4 किरदारों
के इर्द-गिर्द ही घूमती है और अन्य चरित्रों को निर्देशक ने पूरी तरह से
उपेक्षित कर दिया है। सेकंड हाफ की शुरुआत बहुत धीमी है।
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