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रिव्यू : एंटरटेनमेंट से भरी हैं ‘टोटल धमाल’
कहानी : फिल्म की शुरुआत राधे (अजय देवगन) और उसके असिस्टेंट जॉन (संजय
मिश्रा) से होती है, जो पुलिस कमिश्नर (बोमन ईरानी) के 50 करोड़ रुपए के
ऊपर अपना हाथ साफ कर देते है। फिल्म के सभी किरदार पैसों के भूखें है। राधे
और जॉन को उनका ड्राइवर पिंटो (मनोज पाहवा) ऐन वक्त पर धोखा देकर 50 करोड़
के साथ नौ-दो-ग्यारह हो जाता है।
एक हेलीकॉप्टर क्रैश में जब उसकी मौत हो जाती है तो मरने के पहले वो अविनाश (अनिल कपूर), बिंदु (माधुरी दीक्षित), अदि (अरशद वारसी), मानव (जावेद जाफरी), लल्लन (रितेश देशमुख) और को इस बात की जानकारी देता है कि उसने वो पैसे एक चिडिय़ा घर के अंदर छुपाकर रखे हैं।
बस इसके बाद सभी उसकी खोज में लग जाते हैं और कई परेशानियों को पार करके वो जनकपुर के उस चिडिय़ा घर में कैसे कैसे पहुंच जाते हैं। उसके बाद 50 करोड़ ढूंढऩे की कवायद शुरू हो जाती है जिसके बीच शामिल है चिडिय़ा घर के जानवरों की जान बचाना और खुद की जान बचाना। फिर फिल्म काफी मजेदार हो जाती है और क्या-क्या होता है इसको जानने के लिए आपको सिनेमाहॉल में जाना पड़ेगा।
एक हेलीकॉप्टर क्रैश में जब उसकी मौत हो जाती है तो मरने के पहले वो अविनाश (अनिल कपूर), बिंदु (माधुरी दीक्षित), अदि (अरशद वारसी), मानव (जावेद जाफरी), लल्लन (रितेश देशमुख) और को इस बात की जानकारी देता है कि उसने वो पैसे एक चिडिय़ा घर के अंदर छुपाकर रखे हैं।
बस इसके बाद सभी उसकी खोज में लग जाते हैं और कई परेशानियों को पार करके वो जनकपुर के उस चिडिय़ा घर में कैसे कैसे पहुंच जाते हैं। उसके बाद 50 करोड़ ढूंढऩे की कवायद शुरू हो जाती है जिसके बीच शामिल है चिडिय़ा घर के जानवरों की जान बचाना और खुद की जान बचाना। फिर फिल्म काफी मजेदार हो जाती है और क्या-क्या होता है इसको जानने के लिए आपको सिनेमाहॉल में जाना पड़ेगा।
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