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गंभीर मुद्दों पर सोचने के लिए मजबूर करती है 'खुदा हाफिज: चैप्टर 2'
'खुदा हाफिज: चैप्टर 2 अग्नि परीक्षा', फिल्म साल 2020 में रिलीज हुई 'खुदा हाफिज' का सीक्वल है। फिल्म की कहानी वही से शुरू होती है, जहां से पहले पार्ट की कहानी खत्म हुई थी। फिल्म में विद्युत जामवाल ने समीर और शिवालिका ओबेरॉय ने नरगिस का किरदार निभाया है।
समीर और नरगिस अपने जीवन में आगे बढ़ने की सोच रहे हैं। लेकिन अतीत उनका पीछा नहीं छोड़ता। नरगिस अपने साथ हुए हादसे से लड़ रही है। उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। वहीं समीर उसकी देखभाल कर अपनी टूटी हुई शादी को बचाने की पूरी कोशिश कर रहा है।
भाग्य से, उनके जिंदगी में एक अनाथ बच्ची नंदिनी प्रवेश करती है। फिल्म नंदिनी के किरदार में बाल कलाकार रिद्धी शर्मा नजर आएंगी। जहां एक तरफ वह समीर के दिल में अपनी जगह बना लेती है, लेकिन वहीं नरगिस उसके आने से चिढ़ जाती है। लेकिन समय के साथ, वह भी नंदिनी को प्यार करने लगती है।
दोनों नंदिनी को गोद लेते है और मां-बाप की तरह उसकी परवरिश करते है। नंदिनी के आने से समीर और नरगिस के रिश्ते भी सुधरने लगते है। दोनों के बीच प्यार की भावना फिर से दिखने लगती है।
सब कुछ ठीक चल रहा होता है, कि इस बीच नंदिनी और उसकी स्कूल की एक दोस्त को चार लड़के किडनैप कर लेते है। इस किडनैपिंग में स्थानीय दबंग नेता ठाकुर जी के बेटे का हाथ होता है। आपको बता दें कि नेता के बेटे का किरदार दुर्जेय शीबा चड्ढा ने निभाया है।
किडनैप करने के बाद चारों मासूम नंदिनी के साथ रेप करते है और फिर उसे मार देते है, वहीं उसकी स्कूल की दोस्त को भी मरने के लिए छोड़ देते है। समीर अपनी बेटी को बचाने की कोशिश करता है, लेकिन बचा नहीं पाता।
समीर स्थानीय पुलिस स्टेशन में एफआईआर लिखवाने जाता है, लेकिन पुलिस इंस्पेक्टर रिपोर्ट लिखने से मना कर देता है। इस बात से समीर को गुस्सा आता है और वह उस इंस्पेक्टर को पीटने लगता है।
पुलिस अधिकारी पर हाथ उठाने के जुर्म में पुलिस उसे जेल में बंद कर देती है। यहां से फिल्म में ट्विस्ट आता है। जमानत पर बाहर आने के बाद समीर अपनी बेटी को न्याय दिलाने और उसके साथ हुए अत्याचार का बदला लेने की ठान लेता है।
समीर उन अपराधियों की तलाश करता है, जिन्होंने नंदिनी का रेप कर उसे मार डाला था।
फिल्म के पहले भाग में समीर को शांत और खुशदिल दिखाया है, लेकिन दूसरे भाग में उसे बेटी को न्याय दिलाने के लिए सभी सीमा को पार करते हुए दिखाया गया है। विद्युत जामवाल ने अपने किरदार में पूरी जान डाल दी है।
वहीं, नरगिस के किरदार को शिवलीका ओबेरॉय ने शानदार तरीके से निभाया है। दिब्येंदु भट्टाचार्य भी अहम रोल में नजर आएंगे।
'खुदा हाफिज: चैप्टर 2 अग्नि परीक्षा' का निर्देशन फारूक कबीर ने किया है।
फारुक कबीर ने फिल्म के जरिए अहम मुद्दों को उठाया है। फिल्म के पहले पार्ट की कहानी किडनैपिंग पर आधारित थी। अब दूसरे पार्ट में किडनैपिंग के साथ-साथ रेप का मुद्दे भी उठाया गया है। फिल्म इन गंभीर मुद्दों पर सोचने पर मजबूर कर देती है।
आईएएनएस ने इसे चार स्टार दिए हैं।
--आईएएनएस
समीर और नरगिस अपने जीवन में आगे बढ़ने की सोच रहे हैं। लेकिन अतीत उनका पीछा नहीं छोड़ता। नरगिस अपने साथ हुए हादसे से लड़ रही है। उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। वहीं समीर उसकी देखभाल कर अपनी टूटी हुई शादी को बचाने की पूरी कोशिश कर रहा है।
भाग्य से, उनके जिंदगी में एक अनाथ बच्ची नंदिनी प्रवेश करती है। फिल्म नंदिनी के किरदार में बाल कलाकार रिद्धी शर्मा नजर आएंगी। जहां एक तरफ वह समीर के दिल में अपनी जगह बना लेती है, लेकिन वहीं नरगिस उसके आने से चिढ़ जाती है। लेकिन समय के साथ, वह भी नंदिनी को प्यार करने लगती है।
दोनों नंदिनी को गोद लेते है और मां-बाप की तरह उसकी परवरिश करते है। नंदिनी के आने से समीर और नरगिस के रिश्ते भी सुधरने लगते है। दोनों के बीच प्यार की भावना फिर से दिखने लगती है।
सब कुछ ठीक चल रहा होता है, कि इस बीच नंदिनी और उसकी स्कूल की एक दोस्त को चार लड़के किडनैप कर लेते है। इस किडनैपिंग में स्थानीय दबंग नेता ठाकुर जी के बेटे का हाथ होता है। आपको बता दें कि नेता के बेटे का किरदार दुर्जेय शीबा चड्ढा ने निभाया है।
किडनैप करने के बाद चारों मासूम नंदिनी के साथ रेप करते है और फिर उसे मार देते है, वहीं उसकी स्कूल की दोस्त को भी मरने के लिए छोड़ देते है। समीर अपनी बेटी को बचाने की कोशिश करता है, लेकिन बचा नहीं पाता।
समीर स्थानीय पुलिस स्टेशन में एफआईआर लिखवाने जाता है, लेकिन पुलिस इंस्पेक्टर रिपोर्ट लिखने से मना कर देता है। इस बात से समीर को गुस्सा आता है और वह उस इंस्पेक्टर को पीटने लगता है।
पुलिस अधिकारी पर हाथ उठाने के जुर्म में पुलिस उसे जेल में बंद कर देती है। यहां से फिल्म में ट्विस्ट आता है। जमानत पर बाहर आने के बाद समीर अपनी बेटी को न्याय दिलाने और उसके साथ हुए अत्याचार का बदला लेने की ठान लेता है।
समीर उन अपराधियों की तलाश करता है, जिन्होंने नंदिनी का रेप कर उसे मार डाला था।
फिल्म के पहले भाग में समीर को शांत और खुशदिल दिखाया है, लेकिन दूसरे भाग में उसे बेटी को न्याय दिलाने के लिए सभी सीमा को पार करते हुए दिखाया गया है। विद्युत जामवाल ने अपने किरदार में पूरी जान डाल दी है।
वहीं, नरगिस के किरदार को शिवलीका ओबेरॉय ने शानदार तरीके से निभाया है। दिब्येंदु भट्टाचार्य भी अहम रोल में नजर आएंगे।
'खुदा हाफिज: चैप्टर 2 अग्नि परीक्षा' का निर्देशन फारूक कबीर ने किया है।
फारुक कबीर ने फिल्म के जरिए अहम मुद्दों को उठाया है। फिल्म के पहले पार्ट की कहानी किडनैपिंग पर आधारित थी। अब दूसरे पार्ट में किडनैपिंग के साथ-साथ रेप का मुद्दे भी उठाया गया है। फिल्म इन गंभीर मुद्दों पर सोचने पर मजबूर कर देती है।
आईएएनएस ने इसे चार स्टार दिए हैं।
--आईएएनएस
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