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प्राकृतिक सौंदर्य का खूबसूरत नजारा पेश करती है जीरो वैली, खिंचे चले आते हैं पर्यटक
शिक्षा : सेंट क्लैरट कॉलेज, जीरोस
जीरो में क्रमश: एक विश्वविद्यालय और एक स्नातक कला महाविद्यालय है, जिसका नाम क्रमश: इंदिरा गांधी प्रौद्योगिकी और चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय और सेंट क्लैरट कॉलेज है। 2001 की जनगणना के अनुसार, जीरो की औसत साक्षरता दर 66 प्रतिशत थी, जो राष्ट्रीय औसत 74.04 प्रतिशत से कम थी— पुरुष साक्षरता 72 फीसदी थी और महिला साक्षरता 60 फीसदी थी। पुरानी पीढ़ी को औपचारिक शिक्षा से अवगत नहीं कराया गया था, लेकिन युवा पीढ़ी की शिक्षा की तीव्र गति के साथ, जीरो का शिक्षा परिदृश्य जबरदस्त रूप से विकसित हुआ और आगे बढऩे की ओर अग्रसर है।
लोअर सुबनसिरी जिले की शहरी आबादी मुख्य रूप से जीरो में रहती है और 2011 की जनगणना के अनुसार, लोअर सुबनसिरी जिले में औसत शहरी साक्षरता दर 85.52 फीसदी है, जिसमें पुरुष और महिलाएं क्रमश: 89.81 फीसदी और 81.26 फीसदी साक्षर हैं। गौरतलब है कि 2011 की जनगणना के अनुसार निचले सुबनसिरी जिलों की 84.58 फीसदी आबादी गांवों के ग्रामीण इलाकों में रहती है। निचले सुबनसिरी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता दर 72.27 फीसदी है। फिर भी, संयुक्त साक्षरता दर 74.35 फीसदी है, जो अरुणाचल प्रदेश में दूसरे स्थान पर है, केवल पापुमपारे जिले के बाद, जहां की राजधानी ईटानगर स्थित है।
यदि आपकी इच्छा गर्मियों के दिनों में जीरो वैली घूमने की हो रही है तो अपनी इच्छा को दबाइए मत फटाफट बनाए अपना प्रोग्राम। जीरो वैली पहुँचने के बाद इन स्थानों को देखना व घूमना न भूलें—
जीरो में क्रमश: एक विश्वविद्यालय और एक स्नातक कला महाविद्यालय है, जिसका नाम क्रमश: इंदिरा गांधी प्रौद्योगिकी और चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय और सेंट क्लैरट कॉलेज है। 2001 की जनगणना के अनुसार, जीरो की औसत साक्षरता दर 66 प्रतिशत थी, जो राष्ट्रीय औसत 74.04 प्रतिशत से कम थी— पुरुष साक्षरता 72 फीसदी थी और महिला साक्षरता 60 फीसदी थी। पुरानी पीढ़ी को औपचारिक शिक्षा से अवगत नहीं कराया गया था, लेकिन युवा पीढ़ी की शिक्षा की तीव्र गति के साथ, जीरो का शिक्षा परिदृश्य जबरदस्त रूप से विकसित हुआ और आगे बढऩे की ओर अग्रसर है।
लोअर सुबनसिरी जिले की शहरी आबादी मुख्य रूप से जीरो में रहती है और 2011 की जनगणना के अनुसार, लोअर सुबनसिरी जिले में औसत शहरी साक्षरता दर 85.52 फीसदी है, जिसमें पुरुष और महिलाएं क्रमश: 89.81 फीसदी और 81.26 फीसदी साक्षर हैं। गौरतलब है कि 2011 की जनगणना के अनुसार निचले सुबनसिरी जिलों की 84.58 फीसदी आबादी गांवों के ग्रामीण इलाकों में रहती है। निचले सुबनसिरी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता दर 72.27 फीसदी है। फिर भी, संयुक्त साक्षरता दर 74.35 फीसदी है, जो अरुणाचल प्रदेश में दूसरे स्थान पर है, केवल पापुमपारे जिले के बाद, जहां की राजधानी ईटानगर स्थित है।
यदि आपकी इच्छा गर्मियों के दिनों में जीरो वैली घूमने की हो रही है तो अपनी इच्छा को दबाइए मत फटाफट बनाए अपना प्रोग्राम। जीरो वैली पहुँचने के बाद इन स्थानों को देखना व घूमना न भूलें—
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