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भरोसे और विश्वास पर टिकता है पति-पत्नी का रिश्ता, समझदारी से आती है प्रगाढ़ता
भारतीय समाज में पति-पत्नी के रिश्ते को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। समाज में उस जोड़े की बहुत तारीफ होती है जिनके विचार आपस में मिले होते हैं या यूं कहिये जो एक-दूसरे का हर परिस्थिति में साथ देने को तैयार होते और एक-दूसरे का कहा मानते हैं। पति पत्नी का रिश्ता एक ऐसा रिश्ता है जो भरोसे और विश्वास पर टिका होता है। यदि इस रिश्ते में कहीं भी कोई शक की दरार पैदा हो जाती है तो इस रिश्ते के टूटने का अंदेशा हो जाता है। वैसे भी आजकल यह रिश्ता कुछ कमजोर सा नजर आने लगा है। इसकी कमजोरी का सबसे बड़ा कारण अहम् का टकराव होना होता है। हालांकि कहा तो यह जाता है कि जैसे-जैसे समय बीतता है वैसे-वैसे ही यह रिश्ता गहरा व मजबूत होता जाता है। पिछले कुछ समय से हमें सोशल मीडिया के जरिये से इस बात की जानकारी मिलती रही है कि इस पवित्र रिश्ते लम्बे समय तक साथ रहने के बाद बिखराव आ रहा है। इसका कारण भरोसे का टूटना है। आइए डालते हैं एक नजर कुछ उन बातों पर जिनके रहने से इस रिश्ते में भरोसा कायम रह सकता है—
जरूरी है समय के साथ परिवर्तन
जब हम किसी से प्यार करते हैं तो हम उसे खुश रखने की हर मुमकिन कोशिश करते हैं। ऐसे में एक दूसरे के साथ एडजस्ट होना बेहद जरूरी है। अगर आप अपने संबंधों में भरोसे को मजबूत बनाना चाहते हैं तो सामने वाले की अपेक्षा को स्वीकार करें। साथ ही उसे अपनी उम्मीदों और अपनी परिस्थितियों के बारे में समझाएं, जिससे आप दोनों को एक दूसरे की परिस्थितियों का ज्ञान हो।
एक दूसरे को दें पर्सनल स्पेस
हमारे कानों में अक्सर यह सुनाई दे जाता है कि मेरे ये तो एक पल के लिए भी मुझे अकेला नहीं छोड़ते हैं। सुनने वाले को यह शब्द प्रेम में डूबे हुए लग सकते हैं लेकिन इसके दूसरे पहलू को लेकर सोचा जाए तो स्पष्ट नजर आता है कि इन दोनों का इस्तेमाल करने वाला यह चाहता है कि उसे भी कुछ क्षण अकेले जीने का मौका देना चाहिए। वह अपने पति को छोडक़र अपने पीहर वालों, अपने दोस्तों अपने परिचितों के पास जा सके। उनके साथ दो घड़ी आराम से बिता सके। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने साथी को जीने के लिए पर्सनल स्पेस जरूर दें। उससे दोस्तों के साथ या अपने परिवार के साथ अकेले समय बिताने का भी मौका दें। इससे उसे आपकी अहमियत का भी एहसास होगा।
जरूरी है समय के साथ परिवर्तन
जब हम किसी से प्यार करते हैं तो हम उसे खुश रखने की हर मुमकिन कोशिश करते हैं। ऐसे में एक दूसरे के साथ एडजस्ट होना बेहद जरूरी है। अगर आप अपने संबंधों में भरोसे को मजबूत बनाना चाहते हैं तो सामने वाले की अपेक्षा को स्वीकार करें। साथ ही उसे अपनी उम्मीदों और अपनी परिस्थितियों के बारे में समझाएं, जिससे आप दोनों को एक दूसरे की परिस्थितियों का ज्ञान हो।
एक दूसरे को दें पर्सनल स्पेस
हमारे कानों में अक्सर यह सुनाई दे जाता है कि मेरे ये तो एक पल के लिए भी मुझे अकेला नहीं छोड़ते हैं। सुनने वाले को यह शब्द प्रेम में डूबे हुए लग सकते हैं लेकिन इसके दूसरे पहलू को लेकर सोचा जाए तो स्पष्ट नजर आता है कि इन दोनों का इस्तेमाल करने वाला यह चाहता है कि उसे भी कुछ क्षण अकेले जीने का मौका देना चाहिए। वह अपने पति को छोडक़र अपने पीहर वालों, अपने दोस्तों अपने परिचितों के पास जा सके। उनके साथ दो घड़ी आराम से बिता सके। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने साथी को जीने के लिए पर्सनल स्पेस जरूर दें। उससे दोस्तों के साथ या अपने परिवार के साथ अकेले समय बिताने का भी मौका दें। इससे उसे आपकी अहमियत का भी एहसास होगा।
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