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एक-दूसरे की भावनाओं को अहमियत नहीं देंगे तो...
रोमांस प्रेम की बुनियाद है और अगर इसमें हम एक-दूसरे की भावनाओं को अहमियत नहीं देंगे तो रिश्ते की नींव डगमगा जाएगी।
प्यार का खोता अस्तित्व यह सवाल जेहन में जरूर कौंधता है कि आखिर ऎसी क्या कमी रह जाती है कि आज के प्रेम संबंधों की उम्र नहीं होती। शायद इसलिए क्योंकि आज की जेनरेशन भावुकता से परे व्यवहारिकता को अधिक तवज्जो देती है। जरा सा वैचारिक मतभेद रिश्तों को तोडने की ताकत रखता है। साफ तौर पर कहें तो भावनाएं जो प्रेम-संबंधों की नींव होती है उसकी कमी ने प्रेम के संवेदनशल अस्तित्व को जड से उखाड फेंक दिया है। वास्तव में एक-दूसरे के प्रति समर्पित भावनाओं की कमी ने प्रेम संबंधों को खोखला बना दिया है।
प्यार का खोता अस्तित्व यह सवाल जेहन में जरूर कौंधता है कि आखिर ऎसी क्या कमी रह जाती है कि आज के प्रेम संबंधों की उम्र नहीं होती। शायद इसलिए क्योंकि आज की जेनरेशन भावुकता से परे व्यवहारिकता को अधिक तवज्जो देती है। जरा सा वैचारिक मतभेद रिश्तों को तोडने की ताकत रखता है। साफ तौर पर कहें तो भावनाएं जो प्रेम-संबंधों की नींव होती है उसकी कमी ने प्रेम के संवेदनशल अस्तित्व को जड से उखाड फेंक दिया है। वास्तव में एक-दूसरे के प्रति समर्पित भावनाओं की कमी ने प्रेम संबंधों को खोखला बना दिया है।
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