Advertisement
फिटनेस को सुधारने से कम होता है ये खतरा, इन बीमारियों में मिलती है राहत
न्यूयॉर्क। फिटनेस का सकारात्मक प्रभाव हमारे दिल पर पड़ता है, इस बारे में
हम सभी जानते हैं। एक नए अध्ययन से इस बात का पता चलता है कि जिनमें
फिटनेस कम होता है उनकी तुलना में जिन वयस्कों में फिटनेस की मात्रा अधिक
होती है उनमें फेफड़े व कोलोरेक्टल कैंसर या कोलन कैंसर या वृहदांत्र कैंसर
के होने की संभावना बहुत कम हो जाती है।
इस शोध के लिए शोधकर्ताओं ने 49,143 वयस्कों पर साल 1991 से 2009 तक एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्टिंग किया। शोध के निष्कर्ष से पता चला कि उच्चतम फिटनेस की श्रेणी में आने वाले लोगों में फेफड़े के कैंसर के विकास की संभावना 77 प्रतिशत और कोलन कैंसर के विकास की संभावना 61 प्रतिशत कम हो गई।
कैंसर नामक जर्नल में इस शोध को प्रकाशित किया गया है। इसमें दर्शाया गया है कि फेफड़े के कैंसर से ग्रस्त व्यक्तियों में से जिनमें फिटनेस की मात्रा उच्चतम थी, जांच के दौरान उनके मरने की संभावना में 44 प्रतिशत की कमी आई और कोलन कैंसर से पीडि़त व्यक्तियों में अधिक फिटनेस की श्रेणी में आने वाले लोगों में 89 प्रतिशत की कमी आई।
इस शोध के लिए शोधकर्ताओं ने 49,143 वयस्कों पर साल 1991 से 2009 तक एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्टिंग किया। शोध के निष्कर्ष से पता चला कि उच्चतम फिटनेस की श्रेणी में आने वाले लोगों में फेफड़े के कैंसर के विकास की संभावना 77 प्रतिशत और कोलन कैंसर के विकास की संभावना 61 प्रतिशत कम हो गई।
कैंसर नामक जर्नल में इस शोध को प्रकाशित किया गया है। इसमें दर्शाया गया है कि फेफड़े के कैंसर से ग्रस्त व्यक्तियों में से जिनमें फिटनेस की मात्रा उच्चतम थी, जांच के दौरान उनके मरने की संभावना में 44 प्रतिशत की कमी आई और कोलन कैंसर से पीडि़त व्यक्तियों में अधिक फिटनेस की श्रेणी में आने वाले लोगों में 89 प्रतिशत की कमी आई।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
यह भी प�?े
Advertisement
लाइफस्टाइल
Advertisement