Advertisement
युवतियों पर एसिड अटैक की पुलिस ने सुलझाई गुत्थी, खुली पोल
लुधियाना। पंजाब के लुधियाना में 2 दिन पहले सहेलियों पर हुए एसिड अटैक के मामले में नया खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में गुत्थी सुलझाते हुए युवती की सहेली को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, बाइक सवारों ने नहीं बल्कि निधि ने सबक सिखाने के लिए अपनी सहेली निशा पर एडिस फेंका था। पुलिस ने इस मामले में निधि और उसके बॉयफ्रेंड दीपवंश के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। एडीसीपी जसकिरणजीत सिंह तेजा ने बताया कि निधि की दीपवंश से शादी नहीं हुई है, जबकि वह काफी समय से लिव-इन-रिलेशनशिप में रह रहे थे।
वह दो महीने पहले ही निशा से मिले थे लेकिन बाद में निशा और दीपवंश की नजदीकियां बढ़ गईं, जिस बारे निधि को पता चल गया था। निधि ने दीपवंश को समझाया था लेकिन वह नहीं माना। इसके बाद निधि ने निशा को सबक सिखाने की ठान ली। 27 अप्रैल को निधि ने नौकरी दिलवाने के बहाने से निशा को अपने घर बुलाया था, जहां उसने निशा पर एसिड फेंक दिया।
निशा पर एसिड फेंकते समय निधि पर भी कुछ एसिड के छींटे पड़ गए थे। निधि ने काफी देर तक निशा को अपने घर पर ही रखा। बाद में दीपवंश भी वहां पहुंच गया था। दोनों ने पहले निशा को जाने नहीं दिया था लेकिन बाद में उन्होंने निशा को धमकाया कि अगर उसने यह बात किसी को बताई तो उसे जान से मार देंगे। पुलिस का कहना है कि इसके बाद दोनों खुद ही सिविल अस्पताल में जाकर एडमिट हो गई थीं।
सूचना के बाद मौके पर डिवीजन नंबर-6 की पुलिस पहुंची थी लेकिन दोनों युवतियों ने बयान देने में टाल-मटोल करना शुरू कर दिया था। पुलिस को पहले से ही मामला संदिग्ध लग रहा था। पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी। जहां युवतियों ने घटनास्थल बताई, वहां के आसपास की सीसीटीवी फुटेज चैक की गई लेकिन कुछ नहीं मिला। इसके बाद उन्हे युवतियों पर शक हो गया था। जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो दोनों युवतियों ने सारी सच्चाई उगल दी।
वह दो महीने पहले ही निशा से मिले थे लेकिन बाद में निशा और दीपवंश की नजदीकियां बढ़ गईं, जिस बारे निधि को पता चल गया था। निधि ने दीपवंश को समझाया था लेकिन वह नहीं माना। इसके बाद निधि ने निशा को सबक सिखाने की ठान ली। 27 अप्रैल को निधि ने नौकरी दिलवाने के बहाने से निशा को अपने घर बुलाया था, जहां उसने निशा पर एसिड फेंक दिया।
निशा पर एसिड फेंकते समय निधि पर भी कुछ एसिड के छींटे पड़ गए थे। निधि ने काफी देर तक निशा को अपने घर पर ही रखा। बाद में दीपवंश भी वहां पहुंच गया था। दोनों ने पहले निशा को जाने नहीं दिया था लेकिन बाद में उन्होंने निशा को धमकाया कि अगर उसने यह बात किसी को बताई तो उसे जान से मार देंगे। पुलिस का कहना है कि इसके बाद दोनों खुद ही सिविल अस्पताल में जाकर एडमिट हो गई थीं।
सूचना के बाद मौके पर डिवीजन नंबर-6 की पुलिस पहुंची थी लेकिन दोनों युवतियों ने बयान देने में टाल-मटोल करना शुरू कर दिया था। पुलिस को पहले से ही मामला संदिग्ध लग रहा था। पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी। जहां युवतियों ने घटनास्थल बताई, वहां के आसपास की सीसीटीवी फुटेज चैक की गई लेकिन कुछ नहीं मिला। इसके बाद उन्हे युवतियों पर शक हो गया था। जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो दोनों युवतियों ने सारी सच्चाई उगल दी।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
यह भी प�?े
Advertisement
लुधियाना
पंजाब से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement