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आय से अधिक संपत्ति मामले में सब रजिस्ट्रार के ठिकानों पर छापेमारी, नोट देख हैरान रह गए अधिकारी
पटना। बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सरकार लगातार सख्ती बरत रही है। इसी क्रम में शुक्रवार को आय से अधिक संपत्ति मामले में समस्तीपुर के सब रजिस्ट्रार मणि रंजन के मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और पटना स्थित तीन ठिकानों पर अलग-अलग टीमों ने एक साथ छापा मारा। आय से अधिक सम्पत्ति के आरोप में की गई इस छापामारी में आर्थिक अपराध इकाई और निगरानी अन्वेषण की एसयूवी टीम शामिल है। छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में नकदी, जमीन के कागजात, निवेश के कागजात मिले हैं। नोटों की गड्डियां देखकर अधिकारी भी हैरान हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि पटना, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर में एकसाथ छापेमारी प्रारंभ की गई। पटना स्थित आवास की तलाशी के दौरान करीब 60 लाख रुपये नकद, 32 लाख रुपये के एक फ्लैट के दस्तावेज, पत्नी सुनीता के नाम पर 5.5 लाख रुपये के एक प्लॉट के कागजात सहित अपने अन्य रिश्तेदारों के नाम पर कई अचल संपत्ति के कागजात मिले हैं।
इसके अलावा कई लाख की ज्वेलरी, फिक्स्ड डिपोजिट और एलआईसी तथा रियल इस्टेट एवं अन्य निवेश के भी प्रमाण मिले हैं। कई बैंकों के पासबुक भी यहां से बरामद किए गए हैं।
समस्तीपुर स्थित आवास से 1.50 लाख रुपये नकद मिले हैं, जबकि आठ लाख रुपये विभिन्न बैंकों में जमा करने के दस्तावेज मिले हैं। इसके अलावा पांच महंगी गाड़ियां भी मिली हैं।
मुजफ्फरपुर स्थित आवास में की गई छापेमारी में अब तक 12 लाख रुपये नकद एवं करोड़ों रुपये की लागत से 21 कमरे के निमार्णाधीन होटल बनाए जाने के प्रमाण मिले हैं। इसके अलावा भी कई तरह के निवेश के दस्तावेज मिले हैं।
अधिकारी ने बताया कि अब तक मिले दस्तावेजों से इस बात की पुष्टि हुई है कि आरोपी ने अपने और अपने परिजनों के नाम पर करोड़ों रुपये के निवेश किए हैं। उन्होंने बताया कि सबसे अधिक निवेश उनके कटिहार पदस्थापन के दौरान किया गया है, जिस पर जांच चल रही है।
उल्लेखनीय है कि 16 दिसम्बर को पटना के निगरानी थाना में मणि रंजन के खिलाफ आय से अधिक मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। अदालत के आदेश के बाद यह छापेमारी की जा रही है। (आईएएनएस)
एक अधिकारी ने बताया कि पटना, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर में एकसाथ छापेमारी प्रारंभ की गई। पटना स्थित आवास की तलाशी के दौरान करीब 60 लाख रुपये नकद, 32 लाख रुपये के एक फ्लैट के दस्तावेज, पत्नी सुनीता के नाम पर 5.5 लाख रुपये के एक प्लॉट के कागजात सहित अपने अन्य रिश्तेदारों के नाम पर कई अचल संपत्ति के कागजात मिले हैं।
इसके अलावा कई लाख की ज्वेलरी, फिक्स्ड डिपोजिट और एलआईसी तथा रियल इस्टेट एवं अन्य निवेश के भी प्रमाण मिले हैं। कई बैंकों के पासबुक भी यहां से बरामद किए गए हैं।
समस्तीपुर स्थित आवास से 1.50 लाख रुपये नकद मिले हैं, जबकि आठ लाख रुपये विभिन्न बैंकों में जमा करने के दस्तावेज मिले हैं। इसके अलावा पांच महंगी गाड़ियां भी मिली हैं।
मुजफ्फरपुर स्थित आवास में की गई छापेमारी में अब तक 12 लाख रुपये नकद एवं करोड़ों रुपये की लागत से 21 कमरे के निमार्णाधीन होटल बनाए जाने के प्रमाण मिले हैं। इसके अलावा भी कई तरह के निवेश के दस्तावेज मिले हैं।
अधिकारी ने बताया कि अब तक मिले दस्तावेजों से इस बात की पुष्टि हुई है कि आरोपी ने अपने और अपने परिजनों के नाम पर करोड़ों रुपये के निवेश किए हैं। उन्होंने बताया कि सबसे अधिक निवेश उनके कटिहार पदस्थापन के दौरान किया गया है, जिस पर जांच चल रही है।
उल्लेखनीय है कि 16 दिसम्बर को पटना के निगरानी थाना में मणि रंजन के खिलाफ आय से अधिक मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। अदालत के आदेश के बाद यह छापेमारी की जा रही है। (आईएएनएस)
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