Advertisement
जयपुर में सर्जिकल उपकरण डिलीवरी के नाम पर ठगी
जयपुर। एक व्यापारी को कम दाम में सर्जिकल उपकरण डिलीवरी करने का झांसा देकर चौंतीस हजार रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। इस संबंध में गांधी नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
पुलिस ने बताया कि जवाहर नगर निवासी राधाकृष्ण चौधरी ने मामला दर्ज कराया है कि पुलिस मेमोरियल सर्किल के पास उसकी फर्म मैसर्स फेड्स फार्मा डिस्ट्रीब्यूटर का ऑफिस है। घटनाक्रम के मुताबिक, 28 जुलाई की शाम उसके मोबाइल पर एक व्यक्ति का कॉल आया। फोनकर्ता ने खुद को सिद्बू ट्रेडिंग कंपनी बठिंडा पंजाब का मालिक दिलप्रीत सिंह बोलना बताया। बातचीत के दौरान उसने बताया कि उसकी कंपनी सर्जिकल आइटम्स का इंपोट करती है। विश्वास दिलाने के लिए अपनी कंपनी का विजिटिंग कार्ड, आयातित सर्जिकल सामग्री व उपकरण की वाट्सएप पर फोटोज भेजी। सस्ते दामों में सर्जिकल उपकरण देने का झांसा देकर एक ट्रायल आर्डर देने की कहा। बातों में आकर व्यापारी ने ऑर्डर दे दिया। जिसके एवज में शातिर ने 33 हजार 600 रुपए बैंक खाता नंबर देकर जमा करने की कहा। रुपए जमा करने के बाद भी निश्चित समय तक सामान नहीं आया। संपर्क साधने का बार-बार प्रयास करने के बाद ठगी का एहसास हुआ। पीडि़त की शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मोबाइल व बैंक खाता नंबर के आधार पर शातिर की तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस ने बताया कि जवाहर नगर निवासी राधाकृष्ण चौधरी ने मामला दर्ज कराया है कि पुलिस मेमोरियल सर्किल के पास उसकी फर्म मैसर्स फेड्स फार्मा डिस्ट्रीब्यूटर का ऑफिस है। घटनाक्रम के मुताबिक, 28 जुलाई की शाम उसके मोबाइल पर एक व्यक्ति का कॉल आया। फोनकर्ता ने खुद को सिद्बू ट्रेडिंग कंपनी बठिंडा पंजाब का मालिक दिलप्रीत सिंह बोलना बताया। बातचीत के दौरान उसने बताया कि उसकी कंपनी सर्जिकल आइटम्स का इंपोट करती है। विश्वास दिलाने के लिए अपनी कंपनी का विजिटिंग कार्ड, आयातित सर्जिकल सामग्री व उपकरण की वाट्सएप पर फोटोज भेजी। सस्ते दामों में सर्जिकल उपकरण देने का झांसा देकर एक ट्रायल आर्डर देने की कहा। बातों में आकर व्यापारी ने ऑर्डर दे दिया। जिसके एवज में शातिर ने 33 हजार 600 रुपए बैंक खाता नंबर देकर जमा करने की कहा। रुपए जमा करने के बाद भी निश्चित समय तक सामान नहीं आया। संपर्क साधने का बार-बार प्रयास करने के बाद ठगी का एहसास हुआ। पीडि़त की शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मोबाइल व बैंक खाता नंबर के आधार पर शातिर की तलाश शुरू कर दी है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
यह भी प�?े
Advertisement
जयपुर
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement