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क्राइम न्यूज : कबूतरों की स्मगलिंग का भाड़ाफोड़, 4 तस्कर गिरफ्तार
जयपुर। जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के करणी विहार थाना पुलिस ने शुक्रवार देर रात को कबूतरों की स्मगलिंग का भाडाफोड करते हुए इस गिरोह के चार तस्करों को धरकृदबोचा है। वही पुलिस ने इन लोगों से करीब सौ से भी ज्यादा कबूतर बरामद किया गया है।
हल्के सफेद और हल्के गुलाबी किस्म के इन कबूतरों को थाने में ही मेहमाननवाजी की गई और उसके बाद इनको चिडियाघर ले जाकर छोड़ दिया गया। पुलिस अधिकारियों की माने तो जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में इस तरह का यह पहला ही मामला सामने आया है।
पुलिस ने बताया कि कालवाड एड पोस्ट पर नाकाबंदी के दौरान दो कारों में चार लोग सवार थे। उनकी कार की तलाशी ली गई तो कार में विशेष तरह के पिंजरे रखे हुए थेए जिनमें कबूतर बंद थे। कबूतरों हल्के गुलाबी और हल्के सफेद रंग के ये कबूतर आम कबूतरों से बड़े और सुंदर थे। पुलिस ने पूछताछ की तो कबूतर रखने वालों ने बताया कि ये कबूतर पालने के लिए अजमेर से दिल्ली भेजे जा रहे हैं।
पुलिस ने जब स ती से पूछताछ की तो वे चारों लोग अलगकृअलग जवाब देने लगे। जिस पर पुलिस ने चारों को पशु क्रूरता एक्ट के तहत गिर तार किया गया। इनके कब्जे से 116 कबूतरों को आजाद किया गया। पुलिस ने अहमदए रोहितए फाजील और तनवीर को गिर तार किया है। पूछताछ में पता चला कि अजमेर से और भी कबूतरों को दिल्ली भेजा जाना है। अब पुलिस इस तरह के गिरोह के नेटवर्क तक पहुंचने के लिए इस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार अजमेर से दिल्ली भेजे जा रहे इन कबूतरों को पूरी रात थाने में ही रखा गया। उनके लिए पुलिस ने दाना और पानी का इंतजाम किया। इंतजाम करने के बाद पूरी रात उनका ध्यान भी रखा। उसके बाद शनिवार सवेरे पुलिस सुरक्षा में उनको चिडियाघर भेजा गया।
पुलिस का मानना है कि कबूतरों की हत्या की जानी थी। इनके शरीर के अंगों और मांस से दवाईयों बनाई जानी थी। चूंकि इन पक्षियों का शरीर गर्म होता है तो सर्दियों से पहले इनके शरीर से दवाईयां बनाकर उनको बाजार में बेचा जाना था। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है।
हल्के सफेद और हल्के गुलाबी किस्म के इन कबूतरों को थाने में ही मेहमाननवाजी की गई और उसके बाद इनको चिडियाघर ले जाकर छोड़ दिया गया। पुलिस अधिकारियों की माने तो जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में इस तरह का यह पहला ही मामला सामने आया है।
पुलिस ने बताया कि कालवाड एड पोस्ट पर नाकाबंदी के दौरान दो कारों में चार लोग सवार थे। उनकी कार की तलाशी ली गई तो कार में विशेष तरह के पिंजरे रखे हुए थेए जिनमें कबूतर बंद थे। कबूतरों हल्के गुलाबी और हल्के सफेद रंग के ये कबूतर आम कबूतरों से बड़े और सुंदर थे। पुलिस ने पूछताछ की तो कबूतर रखने वालों ने बताया कि ये कबूतर पालने के लिए अजमेर से दिल्ली भेजे जा रहे हैं।
पुलिस ने जब स ती से पूछताछ की तो वे चारों लोग अलगकृअलग जवाब देने लगे। जिस पर पुलिस ने चारों को पशु क्रूरता एक्ट के तहत गिर तार किया गया। इनके कब्जे से 116 कबूतरों को आजाद किया गया। पुलिस ने अहमदए रोहितए फाजील और तनवीर को गिर तार किया है। पूछताछ में पता चला कि अजमेर से और भी कबूतरों को दिल्ली भेजा जाना है। अब पुलिस इस तरह के गिरोह के नेटवर्क तक पहुंचने के लिए इस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार अजमेर से दिल्ली भेजे जा रहे इन कबूतरों को पूरी रात थाने में ही रखा गया। उनके लिए पुलिस ने दाना और पानी का इंतजाम किया। इंतजाम करने के बाद पूरी रात उनका ध्यान भी रखा। उसके बाद शनिवार सवेरे पुलिस सुरक्षा में उनको चिडियाघर भेजा गया।
पुलिस का मानना है कि कबूतरों की हत्या की जानी थी। इनके शरीर के अंगों और मांस से दवाईयों बनाई जानी थी। चूंकि इन पक्षियों का शरीर गर्म होता है तो सर्दियों से पहले इनके शरीर से दवाईयां बनाकर उनको बाजार में बेचा जाना था। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है।
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