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दंपति की बेरहमी से हत्या, पुलिस जांच मे जुटी
बठिंडा। जिले के गांव
महराज के कोठे मल्लूआना में 17-18 अप्रैल की बीती रात को किन्हीं अज्ञात
लोगों ने दंपति की हत्या कर दी। इससे क्षेत्र में भय का माहौल बना हुया है।
गांव महराज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के पुरखों का गांव
है। इस घटना की सूचना मिलने पर एसएसपी बठिंडा नवीन सिंगला, एस पी चौधरी
विनोद कुमार,डीएसपी रामपुरा फूल जसविंदर सिंह चहल व अन्य पुलिस अधिकारी
मौके पर पहुंचे।
प्राप्त जानकारी अनुसार कोठे मल्लूआना में रहने वाले दंपति लगभग 48 वर्षीय हरपाल सिंह पुत्र गुरनाम सिंह व उसकी पत्नी गुरमेल कौर (45) गांव में खेत में बने मकान में रहते थे। उनके कोई औलाद नहीं थी। उनके घर के साथ ही उसके बड़े भाई जुगराज सिंह का घर था। मृतक के भतीजे बलजीत सिंह पुत्र जुगराज सिंह ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि वह प्रतिदिन सुबह अपने चाचा हरपाल सिंह के घर से पीने का पानी लेकर जाता था। आज भी सुबह जब उसने पानी लेने के लिये अपने चाचा के घर का दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई।
बलजीत सिंह ने पुलिस को बताया कि उसके चाचा के घर का दरवाजा अंदर से बंद था। वह अपनी पत्नी के साथ घर की दत से पानी लेने के लिये जब घर में दाखिल हुया तो उसके चाचा के घर का छोटा गेट खुला था। उसने इस बात की सूचना अपने पिता को दी जिन्होंने फोन किया परन्तु उन्हें कोई उत्तर नहीं मिला। इस पर उन्होंने घर के अंदर जाकर दरवाजा खोला तो कमरे में बिस्तर पर उसकी चाची गुरमेल कौर का शव पड़ा था जबकि पास ही चारपाई पर उसका चाचा गंभीर हालत मे तड़प रहा था।
प्राप्त जानकारी अनुसार कोठे मल्लूआना में रहने वाले दंपति लगभग 48 वर्षीय हरपाल सिंह पुत्र गुरनाम सिंह व उसकी पत्नी गुरमेल कौर (45) गांव में खेत में बने मकान में रहते थे। उनके कोई औलाद नहीं थी। उनके घर के साथ ही उसके बड़े भाई जुगराज सिंह का घर था। मृतक के भतीजे बलजीत सिंह पुत्र जुगराज सिंह ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि वह प्रतिदिन सुबह अपने चाचा हरपाल सिंह के घर से पीने का पानी लेकर जाता था। आज भी सुबह जब उसने पानी लेने के लिये अपने चाचा के घर का दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई।
बलजीत सिंह ने पुलिस को बताया कि उसके चाचा के घर का दरवाजा अंदर से बंद था। वह अपनी पत्नी के साथ घर की दत से पानी लेने के लिये जब घर में दाखिल हुया तो उसके चाचा के घर का छोटा गेट खुला था। उसने इस बात की सूचना अपने पिता को दी जिन्होंने फोन किया परन्तु उन्हें कोई उत्तर नहीं मिला। इस पर उन्होंने घर के अंदर जाकर दरवाजा खोला तो कमरे में बिस्तर पर उसकी चाची गुरमेल कौर का शव पड़ा था जबकि पास ही चारपाई पर उसका चाचा गंभीर हालत मे तड़प रहा था।
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