Advertisement
देसी शराब की दुकान ने किया ‘फेल’, बड़े अधिकारियों का बड़ा ‘खेल’
बूंदी। जिला आबकारी कार्यालय में एसीबी चित्तौड़ एवं प्रतापगढ़ की टीमों ने अलग-अलग कार्रवाई करते हुए बूंदी जिला आबकारी अधिकारी कमलेश परमार को डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत के लेते हुए एवं आबकारी निरीक्षक मनीषा राजपुरोहित को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजीलाल ने बताया कि आबकारी निरीक्षक मनीषा राजपुरोहित ने परिवादियों से देसी शराब की दुकान की लोकेशन बदलने से पहले कहा कि पहले जनवरी से लेकर अब तक की मंथली का हिसाब क्लीयर करो इसके बाद ही आपकी दुकान की लोकेशन बदली जाएगी। आबकारी निरीक्षक मनीषा राजपुरोहित ने परिवादियों से कहा कि देशी शराब की दुकान की लोकेशन बदलने का अधिकार तो मेरे क्षेत्र का है, इसे मैं ही बदलूंगी। आप किसी और को रुपए दे देंगे तो आपका काम अटक जाएगा। इसलिए पुरानी मंथली बंदी का पहले हिसाब चुकता करो।
जानकारी के अनुसार 11 मई को चित्तौड़ एसीबी की चौकी पर परिवादी भगवत सिंह व हिम्मत सिंह ने रिपोर्ट दी थी कि गणेशपुरा गांव में देसी शराब की दुकान की लोकेशन देवा का खेड़ा गांव के लिए करनी है, जिसके लिए आवेदन भी किया गया था, लेकिन विभाग के अधिकारी आवेदनकर्ता को लोकेशन देने के नाम पर बार-बार चक्कर कटवा कर परेशान कर रहे हैं। लोकेशन बदलने के नाम पर आबकारी अधिकारी द्वारा ढाई लाख और निरीक्षक द्वारा एक लाख रुपए मांगे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार 11 मई को चित्तौड़ एसीबी की चौकी पर परिवादी भगवत सिंह व हिम्मत सिंह ने रिपोर्ट दी थी कि गणेशपुरा गांव में देसी शराब की दुकान की लोकेशन देवा का खेड़ा गांव के लिए करनी है, जिसके लिए आवेदन भी किया गया था, लेकिन विभाग के अधिकारी आवेदनकर्ता को लोकेशन देने के नाम पर बार-बार चक्कर कटवा कर परेशान कर रहे हैं। लोकेशन बदलने के नाम पर आबकारी अधिकारी द्वारा ढाई लाख और निरीक्षक द्वारा एक लाख रुपए मांगे रहे हैं।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
यह भी प�?े
Advertisement
बूंदी
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement