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बिहार में 11.50 लाख रुपये के जाली नोटों के साथ 4 तस्कर गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर थाना क्षेत्र में वाहनों की तलाशी अभियान के दौरान 11.50 लाख रुपए के जाली (नकली) नोटों के साथ 4 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार तस्करों की मानें तो नेपाल और बांग्लादेश से उत्तर बिहार में नकली नोटों की खेप पहुंचाई जाती रही है। मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जयंतकांत ने सोमवार को बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कुछ तस्कर नकली नोटों की एक बड़ी खेप लेकर यहां पहुंचने वाले हैं। इसी के आधार पर सरैया के डीएसपी राजेश शर्मा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया और महमदपुर बलमी चौक के पास सोमवार को वाहनों की जांच शुरू की गई।
इसी दौरान असम के नंबर वाली कार को आती देख रोककर तलाशी ली गई, जिसमें से 11.50 लाख रुपए के जाली नोट बरामद हुए।
उन्होंने बताया कि इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी पहचान छपरा जिला के कोपा थाना के चौखरा गांव के नीरज सिंह, छपरा के मदरौली निवासी राजू सिंह, छपरा के फिरोजपुर निवासी आलोक भगत और मुजफ्फरपुर के सरैया के बखरा निवासी मोहम्मद असलम के रूप में की गई है।
उन्होंने बताया कि इन तस्करों से पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है। पूछताछ में तस्करों ने पुलिस को बताया कि नकली नोट का कारोबार नेपाल और बांग्ला देश से चलाया जा रहा है, जहां से सीमा पारकर कर जाली नोट भारत पहुंचता है। इसके बाद ये तस्कर इसे छोटे बाजार में खपाते हैं।
बरामद जाली नोट 500, 200 और 100 रुपए के हैं, जिन्हें आसानी से नहीं पहचाना जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल अगस्त में मुजफ्फरपुर में 7.50 लाख रुपए के नकली नोट के साथ मोतीपुर से ही 7 तस्करों को गिरफ्तार किया गया था। (आईएएनएस)
इसी दौरान असम के नंबर वाली कार को आती देख रोककर तलाशी ली गई, जिसमें से 11.50 लाख रुपए के जाली नोट बरामद हुए।
उन्होंने बताया कि इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी पहचान छपरा जिला के कोपा थाना के चौखरा गांव के नीरज सिंह, छपरा के मदरौली निवासी राजू सिंह, छपरा के फिरोजपुर निवासी आलोक भगत और मुजफ्फरपुर के सरैया के बखरा निवासी मोहम्मद असलम के रूप में की गई है।
उन्होंने बताया कि इन तस्करों से पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है। पूछताछ में तस्करों ने पुलिस को बताया कि नकली नोट का कारोबार नेपाल और बांग्ला देश से चलाया जा रहा है, जहां से सीमा पारकर कर जाली नोट भारत पहुंचता है। इसके बाद ये तस्कर इसे छोटे बाजार में खपाते हैं।
बरामद जाली नोट 500, 200 और 100 रुपए के हैं, जिन्हें आसानी से नहीं पहचाना जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल अगस्त में मुजफ्फरपुर में 7.50 लाख रुपए के नकली नोट के साथ मोतीपुर से ही 7 तस्करों को गिरफ्तार किया गया था। (आईएएनएस)
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