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तबलीगी जमात: गाजियाबाद में 5 इंडोनेशियाई महिला मौलवी सहित मस्जिद में छिपे 15 दबोचे
सूचना को पहले गुपचुप तरीके से पुष्ट कराया गया। उसके बाद इन जमातियों के जमघट वाले अड्डे पर सब-इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह, प्रवेंद्र सिंह, हवलदार राजवीर सिंह, सिपाही सूर्यकांत की टीमें बनाई गईं।
पुलिस टीमों ने मुखबिरों को साथ लेकर साहिबाबाद थाना क्षेत्र के शहीद नगर डी ब्लॉक स्थित स्थानीय नागरिक फैज मोहम्मद के घर पर छापा मारा गया। फैज मोहम्मद ने रंगे हाथ पकड़े जाते ही पुलिस टीमों को बता दिया कि कुछ जमाती उसके घर के भीतर मौजूद हैं, जबकि कुछ आसपास ही मौजूद मदरसा मस्जिद में रह रहे हैं। शुरुआती पूछताछ में ही उसने कबूल लिया था कि छिपे हुए जमातियों में 5 पुरुष और 5 महिला जमाती इंडोनिशियाई हैं, जबकि बाकी सब स्थानीय हैं।
फैज मोहम्मद के साथ पुलिस टीमों ने पास ही मौजूद मदरसे को घेर लिया। वहां मदरसा मालिक रहीस, एक मस्जिद का मौलवी अब्दुल मलिक और विदेशी जमातियों का गाइड जावेद आलम और एक मस्जिद की देखरेख करने वाला अब्दुल मलिक भी पुलिस को मिल गया। यह पांचों हिंदुस्तानी हैं। इन्हीं की निशानदेही पर पुलिस ने सब-इंस्पेक्टर बबीता शर्मा की टीम बनाई गई।
सब-इंस्पेक्टर बबिता शर्मा की टीम ने हरदीन, अब्दुल अजीस, जाबिर नूरद्दीन टण्डा, सुप्रयादि, सलाउद्दीन (पांचो इंडोनेशिययाई मूल के तब्लीगी जमाती) और पांच इंडोनेशियाई महिला तब्लीगी जमाती मुनीरोह, फातिमा असरी, हनी मंसजा पासंडिग, सीटी हदीजाह और बुसराह को पकड़ लिया। पकड़ी गई महिलाओं ने भी माना कि, वे सब इंडोनेशिया से भारत पहुंची थीं। उसके बाद दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज तबलीगी जमात मुख्यालय भी गई थीं।
जिला पुलिस प्रवक्ता सोहनवीर सिंह सोलंकी के मुताबिक, इन सभी के खिलाफ साहिबाबाद थाने में महामारी अधिनियम, संक्रमण फैलाने, 7 विदेशी अधिनियम, आपदा प्रबंधन अधिनियम की धाराओं के तहत आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है। चूंकि इनमें कुछ के कोरोना संक्रमित होने का अंदेशा भी है, लिहाजा फिलहाल इन सबको क्वारंटाइन होम में अलग रखा गया है।
--आईएएनएस
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गाजियाबाद
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