Advertisement
B. Special: राजकपूर की अवाज बन गए थे सुरों के उस्ताद मुकेश
जब दिल की गहराइयों से निकलकर रूह तक पहुंच जाने वाली आवाज की बात चलती है तो बस मुकेश का जिक्र होता है। अमर गायक मुकेश हमारे बीच तो नहीं हैं, लेकिन उनके गाए गीत आज भी करोड़ों दिलों की धड़कनों में बसे हैं। मुकेश की आवाज बहुत खूबसूरत थी की उनके एक दूर के रिश्तेदार मोतीलाल ने तब पहचाना जब उन्होंने उसे अपने बहन की शादी में गाते हुए सुना। मोतीलाल उन्हें मुंबई ले गये और अपने घर में रहने दिया। यही नहीं उन्होंने मुकेश के लिए रियाज का पूरा इन्तजाम किया। इस दौरान मुकेश को एक हिन्दी फिल्म निर्दोष में मुख्य कलाकार का काम मिला। पार्श्व गायक के तौर पर उन्हें अपना पहला काम में फिल्म पहली नजर में मिला। मुकेश ने हिन्दी फिल्म में जो पहला गाना गाया, वह था दिल जलता है तो जलने दे जिसमें अदाकारी मोतीलाल ने की।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
यह भी प�?े
Advertisement
बॉलीवुड
Advertisement