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इन गीतों के लिए लता मंगेशकर ने जीता फिल्मफेयर व राष्ट्रीय पुरस्कार
मधुमती (1958)
मधुमती 1958 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह उस समय की पहली हिन्दी फिल्म थी जिसमें एक कलाकार (वैजयन्ती माला) ने तीन-तीन रोल निभाये हों। इस फिल्म के निर्माता और निर्देशक बिमल रॉय थे। फिल्म में मुख्य भूमिका दिलीप कुमार, वैजयन्ती माला और जॉनी वॉकर ने निभाई। इस फिल्म को सन् 1958 में अन्य पुरस्कारों के अलावा फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार से भी नवाजा गया था। इस फिल्म के बाद में कई रीमेक भी बने जिनमें मुख्य थी कुदरत (राजकुमार, हेमामालिनी, राजेश खन्ना, विनोद खन्ना और प्रिया राजवंश)। मधुमती से प्रेरित कुदरत की कहानी भी मिलती-जुलती है, फर्क सिर्फ इतना है कि फिल्म का हीरो अगला जन्म लेकर विलेन को सजा दिलवाता है। बीस साल बाद (वहीदा रहमान, विश्वजीत) और ओम शांति ओम (शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण, अर्जुन रामपाल)। मधुमती का फिल्म का वह दृश्य जिसमें मधुमती की रुह राजा उग्रनारायण को पकड़वाने में आनन्द की मदद करती है, हू-ब-हू फिल्म ओम शांति ओम में नकल किया गया है और इसी वजह से बिमल रॉय की पुत्री रिंकी भट्टाचार्य ने फिल्म के निर्माता को नकल करने के लिये अदालत में ले जाने की धमकी दी थी।
नामांकन और पुरस्कार
फिल्मफेयर पुरस्कार
विजेता
1958—फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ फि़ल्म पुरस्कार - बिमल रॉय
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार - सलिल चौधरी
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार - बिमल रॉय
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार - जॉनी वॉकर
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ पाश्र्व गायिका पुरस्कार - लता मंगेशकर (आजा रे परदेसी गीत के लिये)
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन पुरस्कार - राजिन्दर सिंह बेदी
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशन पुरस्कार - सुधेन्दु रॉय
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ छायाकार पुरस्कार - दिलीप गुप्ता
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ संपादन पुरस्कार - ऋषिकेश मुखर्जी
नामांकित
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - दिलीप कुमार
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार - वैजयन्ती माला
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ कहानी पुरस्कार - ऋत्विक घटक
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार—सर्वश्रेष्ठ फिल्म (हिन्दी) - विजेता - बिमल रॉय
यह सभी पुरस्कार 1959 फिल्मफेयर पुरस्कार समारोह में दिए गए।
मधुमती 1958 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह उस समय की पहली हिन्दी फिल्म थी जिसमें एक कलाकार (वैजयन्ती माला) ने तीन-तीन रोल निभाये हों। इस फिल्म के निर्माता और निर्देशक बिमल रॉय थे। फिल्म में मुख्य भूमिका दिलीप कुमार, वैजयन्ती माला और जॉनी वॉकर ने निभाई। इस फिल्म को सन् 1958 में अन्य पुरस्कारों के अलावा फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार से भी नवाजा गया था। इस फिल्म के बाद में कई रीमेक भी बने जिनमें मुख्य थी कुदरत (राजकुमार, हेमामालिनी, राजेश खन्ना, विनोद खन्ना और प्रिया राजवंश)। मधुमती से प्रेरित कुदरत की कहानी भी मिलती-जुलती है, फर्क सिर्फ इतना है कि फिल्म का हीरो अगला जन्म लेकर विलेन को सजा दिलवाता है। बीस साल बाद (वहीदा रहमान, विश्वजीत) और ओम शांति ओम (शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण, अर्जुन रामपाल)। मधुमती का फिल्म का वह दृश्य जिसमें मधुमती की रुह राजा उग्रनारायण को पकड़वाने में आनन्द की मदद करती है, हू-ब-हू फिल्म ओम शांति ओम में नकल किया गया है और इसी वजह से बिमल रॉय की पुत्री रिंकी भट्टाचार्य ने फिल्म के निर्माता को नकल करने के लिये अदालत में ले जाने की धमकी दी थी।
नामांकन और पुरस्कार
फिल्मफेयर पुरस्कार
विजेता
1958—फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ फि़ल्म पुरस्कार - बिमल रॉय
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार - सलिल चौधरी
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार - बिमल रॉय
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार - जॉनी वॉकर
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ पाश्र्व गायिका पुरस्कार - लता मंगेशकर (आजा रे परदेसी गीत के लिये)
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन पुरस्कार - राजिन्दर सिंह बेदी
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशन पुरस्कार - सुधेन्दु रॉय
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ छायाकार पुरस्कार - दिलीप गुप्ता
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ संपादन पुरस्कार - ऋषिकेश मुखर्जी
नामांकित
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - दिलीप कुमार
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार - वैजयन्ती माला
1958 - फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ कहानी पुरस्कार - ऋत्विक घटक
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार—सर्वश्रेष्ठ फिल्म (हिन्दी) - विजेता - बिमल रॉय
यह सभी पुरस्कार 1959 फिल्मफेयर पुरस्कार समारोह में दिए गए।
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