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मैंने सोशल मीडिया पर कमेंट्स पढऩा बंद कर दिया है : कल्कि
मुंबई। नेटफ्लिक्स सीरीज ‘सेक्रेड गेम्स 2’ (Sacred Games 2) में एक अहम किरदार निभाने वाली राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता (National Award Winning) अभिनेत्री कल्कि कोचलिन (Kalki Koechlin) का कहना है कि वह राजनीतिक रूप से काफी जागरूक हैं, लेकिन बचपन में उनके घर में वैश्विक राजनीति को लेकर ज्यादा बातें नहीं होती थीं।
‘सेक्रेड गेम्स 2’ में कल्कि, बत्या नामक एक लडक़ी का किरदार निभा रही हैं, जिसमें उसकी पारिवारिक पृष्ठभूमि काफी विवादित है, क्योंकि उसके पिता यहूदी फ्रेंच हैं और मां फिलिस्तीनी है जो उसे उसकी जवानी में ही छोड़ देते हैं।
कल्कि एक फ्रांसीसी परिवार से ताल्लुक रखती हैं जो भारत में पली-बढ़ी हैं इसके बावजूद कल्कि के घर में वैश्विक राजनीति को लेकर कोई चर्चाएं नहीं होती थीं।
कल्कि ने आईएएनएस को बताया, ‘‘मैं एक ऐसे माहौल में नहीं पली-बढ़ी हूं, जहां राजनीति चर्चा का विषय थी, लेकिन हां, हम सभी टीवी पर न्यूज देखते थे और अखबार पढ़ते थे, जिससे हमें चीजें जानने को मिलती थी और एक बढ़ते बच्चे के रूप में ये सारी चीजें हमें प्रभावित भी करती थी। सामाजिक-राजनीतिक परिवर्तन हमारे घर में चर्चा का नियमित विषय नहीं था।’’
शो में बदलती हुई राजनीतिक परिस्थितियां और विवादित पृष्ठभूमि बात्या को भावनात्मक रूप से काफी प्रभावित करती है और जिससे वह ड्रग्स लेने लगती है व धीरे-धीरे बागी बन जाती है। बाद में वह किसी आध्यात्मिक गुरु की अनुयायी बन जाती है, जिससे उसे राहत मिलती है।
कल्कि का कहना है, ‘‘मैं कुछ निश्चित दार्शनिक सिद्धांतों के साथ बड़ी हुई हूं जो मुझे जिंदगी में शान्त रखने में मदद करती है। मैं आध्यात्मिक हूं, लेकिन बहुत ज्यादा धार्मिक नहीं हूं।’’
कुछ ही दिनों पहले कल्कि ने जब अपने बाल छोटे करा लिए थे तो उन्हें सोशल मीडिया पर कई आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। इस पर कल्कि का कहना है कि उन्होंने सोशल मीडिया की नकारात्मकता से दूर रहने का एक तरीका ढूंढ निकाला है।
‘सेक्रेड गेम्स 2’ में कल्कि, बत्या नामक एक लडक़ी का किरदार निभा रही हैं, जिसमें उसकी पारिवारिक पृष्ठभूमि काफी विवादित है, क्योंकि उसके पिता यहूदी फ्रेंच हैं और मां फिलिस्तीनी है जो उसे उसकी जवानी में ही छोड़ देते हैं।
कल्कि एक फ्रांसीसी परिवार से ताल्लुक रखती हैं जो भारत में पली-बढ़ी हैं इसके बावजूद कल्कि के घर में वैश्विक राजनीति को लेकर कोई चर्चाएं नहीं होती थीं।
कल्कि ने आईएएनएस को बताया, ‘‘मैं एक ऐसे माहौल में नहीं पली-बढ़ी हूं, जहां राजनीति चर्चा का विषय थी, लेकिन हां, हम सभी टीवी पर न्यूज देखते थे और अखबार पढ़ते थे, जिससे हमें चीजें जानने को मिलती थी और एक बढ़ते बच्चे के रूप में ये सारी चीजें हमें प्रभावित भी करती थी। सामाजिक-राजनीतिक परिवर्तन हमारे घर में चर्चा का नियमित विषय नहीं था।’’
शो में बदलती हुई राजनीतिक परिस्थितियां और विवादित पृष्ठभूमि बात्या को भावनात्मक रूप से काफी प्रभावित करती है और जिससे वह ड्रग्स लेने लगती है व धीरे-धीरे बागी बन जाती है। बाद में वह किसी आध्यात्मिक गुरु की अनुयायी बन जाती है, जिससे उसे राहत मिलती है।
कल्कि का कहना है, ‘‘मैं कुछ निश्चित दार्शनिक सिद्धांतों के साथ बड़ी हुई हूं जो मुझे जिंदगी में शान्त रखने में मदद करती है। मैं आध्यात्मिक हूं, लेकिन बहुत ज्यादा धार्मिक नहीं हूं।’’
कुछ ही दिनों पहले कल्कि ने जब अपने बाल छोटे करा लिए थे तो उन्हें सोशल मीडिया पर कई आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। इस पर कल्कि का कहना है कि उन्होंने सोशल मीडिया की नकारात्मकता से दूर रहने का एक तरीका ढूंढ निकाला है।
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