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मल्टी-स्टारर में काम करने में कोई समस्या नहीं है : रितेश देशमुख
नई दिल्ली। फिल्म ‘मस्ती’, ‘हाउसफुल’, ‘मालामाल वीकली’, ‘धमाल’ और ‘अपना सपना मनी मनी’ जैसी कई सितारों के अभिनय से सजी फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता रितेश देशमुख को इस तरह की फिल्मों में काम करने में कोई समस्या नहीं है।
उन्होंने 16 वर्ष पहले ‘तुझे मेरी कसम’ के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी। उसमें उनकी मुख्य भूमिका थी। इसके बाद उन्होंने अधिकांश ऐसी फिल्मों में काम किया जिसमें कई सितारों ने काम किया जिसमें हाल में रिलीज फिल्म टोटल धमाल भी शामिल है।
मल्टी-स्टारर फिल्म को लेकर रितेश ने आईएएनएस से कहा, ‘‘मुझे इससे समस्या क्यों होगी। मेरे लिए अच्छे किरदार और अच्छी पटकथाएं मायने रखती हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पहली बार जब आप एक मल्टी-स्टारर फिल्म करते हैं, तो किसी को पता होना चाहिए कि वह क्या कर रहे हैं। यदि आप इससे खुश हैं तो आपको उसमें काम करना चाहिए और इसे 100 प्रतिशत देना चाहिए।’’
40 वर्षीया रितेश का मानना है कि लोगों को मल्टी-स्टारर के प्रति अपना दृष्टिकोण बदलने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘मल्टी स्टारर फिल्म बनाना आसान नहीं है। जितने ज्यादा एक्टर्स, डायरेक्टर पर उतनी ही ज्यादा जिम्मेदारियां। शूटिंग के दौरान कलाकारों के बीच उचित समन्वय की आवश्यकता होती है। ‘हाउसफुल’ और ‘धमाल’ जैसी फिल्में अकेले अभिनेता के साथ नहीं बनाई जा सकतीं। ऐसी फिल्मों के लिए कई कलाकारों की आवश्यकता होती है। ऐसी स्क्रिप्ट के लिए कई प्रतिभाओं की आवश्यकता होती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘और ईमानदारी से कहूं तो, एक मल्टी-स्टारर फिल्म एक अभिनेता की वास्तविक क्षमताओं को दर्शाती है। प्रतिभाशाली कलाकारों के बीच यदि आप दर्शकों को प्रभावित करने में सक्षम हैं तो यह आपकी वास्तविक शक्तियों को दर्शाता है।’’
(आईएएनएस)
उन्होंने 16 वर्ष पहले ‘तुझे मेरी कसम’ के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी। उसमें उनकी मुख्य भूमिका थी। इसके बाद उन्होंने अधिकांश ऐसी फिल्मों में काम किया जिसमें कई सितारों ने काम किया जिसमें हाल में रिलीज फिल्म टोटल धमाल भी शामिल है।
मल्टी-स्टारर फिल्म को लेकर रितेश ने आईएएनएस से कहा, ‘‘मुझे इससे समस्या क्यों होगी। मेरे लिए अच्छे किरदार और अच्छी पटकथाएं मायने रखती हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पहली बार जब आप एक मल्टी-स्टारर फिल्म करते हैं, तो किसी को पता होना चाहिए कि वह क्या कर रहे हैं। यदि आप इससे खुश हैं तो आपको उसमें काम करना चाहिए और इसे 100 प्रतिशत देना चाहिए।’’
40 वर्षीया रितेश का मानना है कि लोगों को मल्टी-स्टारर के प्रति अपना दृष्टिकोण बदलने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘मल्टी स्टारर फिल्म बनाना आसान नहीं है। जितने ज्यादा एक्टर्स, डायरेक्टर पर उतनी ही ज्यादा जिम्मेदारियां। शूटिंग के दौरान कलाकारों के बीच उचित समन्वय की आवश्यकता होती है। ‘हाउसफुल’ और ‘धमाल’ जैसी फिल्में अकेले अभिनेता के साथ नहीं बनाई जा सकतीं। ऐसी फिल्मों के लिए कई कलाकारों की आवश्यकता होती है। ऐसी स्क्रिप्ट के लिए कई प्रतिभाओं की आवश्यकता होती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘और ईमानदारी से कहूं तो, एक मल्टी-स्टारर फिल्म एक अभिनेता की वास्तविक क्षमताओं को दर्शाती है। प्रतिभाशाली कलाकारों के बीच यदि आप दर्शकों को प्रभावित करने में सक्षम हैं तो यह आपकी वास्तविक शक्तियों को दर्शाता है।’’
(आईएएनएस)
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