Advertisement
दलेर मेहंदी बोले, किसान प्रदर्शन में सेलेबेट्रियों की दखलंदाजी बेकाम
नई दिल्ली। गायक दलेर मेहंदी का कहना है कि विरोध करना अच्छा होता है, लेकिन दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसानों के आंदोलन का हल केवल नेताओं द्वारा किया जा सकता है। इसमें सेलिब्रिटियों की दखलंदाजी की कोई जरुरत नहीं है। दलेर के भाई मीका सिंह, पंजाबी गायक-अभिनेता दिलजीत दोसांझ, हिमांशी खुराना और बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर के अलावा कई हस्तियां किसानों के समर्थन में उतरी हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या विरोध में लोकप्रिय चेहरे सामाजिक कारण की मदद करते हैं, इसका जवाब देते हुए मेहंदी ने आईएएनएस को बताया, "किसी की आवाज उठाना महत्वपूर्ण है और कई ऐसा करते हैं। यह अच्छी बात है। लेकिन यह मदद करने वाला नहीं है। इसका एकमात्र समाधान किसान नेताओं और नेताओं के पास है, वे अपना काम कर रहे हैं। वे सरकार से बैठक कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "वे गाना या मनोरंजन नहीं कर रहे हैं। वे अपना काम कर रहे हैं। वे हल निकालकर ही दम लेंगे।"
मेहंदी ने विरोध का हिस्सा नहीं बनने के लिए अपने कारण साझा किए।
उन्होंने कहा, "मेरा विरोध प्रदर्शन में न जाने का एकमात्र कारण है कि मैंने अपना सब कुछ 'इश्क नचवे' को दिया है, क्योंकि ये कोरोनावायरस पर आधारित है।"
मेहंदी अब समाधान की उम्मीद कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "मैं प्रार्थना करता हूं कि किसान और सरकार इसका समाधान निकालें।"
मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई किसान तीन केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। (आईएएनएस)
यह पूछे जाने पर कि क्या विरोध में लोकप्रिय चेहरे सामाजिक कारण की मदद करते हैं, इसका जवाब देते हुए मेहंदी ने आईएएनएस को बताया, "किसी की आवाज उठाना महत्वपूर्ण है और कई ऐसा करते हैं। यह अच्छी बात है। लेकिन यह मदद करने वाला नहीं है। इसका एकमात्र समाधान किसान नेताओं और नेताओं के पास है, वे अपना काम कर रहे हैं। वे सरकार से बैठक कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "वे गाना या मनोरंजन नहीं कर रहे हैं। वे अपना काम कर रहे हैं। वे हल निकालकर ही दम लेंगे।"
मेहंदी ने विरोध का हिस्सा नहीं बनने के लिए अपने कारण साझा किए।
उन्होंने कहा, "मेरा विरोध प्रदर्शन में न जाने का एकमात्र कारण है कि मैंने अपना सब कुछ 'इश्क नचवे' को दिया है, क्योंकि ये कोरोनावायरस पर आधारित है।"
मेहंदी अब समाधान की उम्मीद कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "मैं प्रार्थना करता हूं कि किसान और सरकार इसका समाधान निकालें।"
मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई किसान तीन केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। (आईएएनएस)
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
यह भी प�?े
Advertisement
बॉलीवुड
Advertisement