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अभिनेता चरण राज के छोटे बेटे देव ने 'कुप्पन' से अभिनय की शुरुआत की

चेन्नई । मशहूर अभिनेता चरण राज के छोटे बेटे देव, जो पेशे से पायलट हैं, अपने पिता की आने वाली फिल्म 'कुप्पन' के जरिए बतौर अभिनेता डेब्यू करने जा रहे हैं।
चरण राज ने तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, ओडिया और बंगाली में 600 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है। वह 'कुप्पन' के माध्यम से निर्देशक के रूप में फिल्म उद्योग में वापसी कर रहे हैं।
फिल्म का नाम एक व्यक्ति के नाम पर रखा गया है।
अपनी फिल्म के लिए कहानी, पटकथा और संवाद लिखने वाले चरण राज कहते हैं, "मैं 35 साल से अधिक समय से पलवक्कम में रह रहा हूं और मैं हर सुबह समुद्र के किनारे अपने कुत्ते के साथ टहलने जाता हूं। अपनी सैर के दौरान, रास्ते में कई लोगों से या सैर से घर लौटते समय मैं लोगों से बातें करता था। ऐसी ही एक सैर पर मेरा परिचय कुप्पन नाम के एक मछुआरे से हुआ। उसके साथ मेरी बातचीत ने मुझे मछुआरे पर एक कहानी लिखने के लिए प्रेरित किया। इसलिए, स्क्रिप्ट खत्म करने के बाद, मैंने फिल्म को अपने दोस्त का नाम दिया। मैंने अपने दोस्त के नाम पर फिल्म का नाम रखा। उन्होंने फिल्म में एक छोटी सी भूमिका में काम भी किया है।"
देव चरणराज, जो चरणराज के दूसरे पुत्र हैं, एक पायलट थे। हीरो बनने से पहले उन्होंने एक अभिनय स्कूल में विशेष प्रशिक्षण लिया।
दूसरे हीरो के तौर पर आदि देव डेब्यू कर रहे हैं। उनके साथ सुष्मिता सुरेश और प्रियदर्शिनी अरुणाचलम भी बतौर हीरोइन डेब्यू कर रही हैं।
चरण राज भी लंबे समय बाद अहम भूमिका निभा रहे हैं। फिल्म में उन्होंने अपने बेटे के चाचा की भूमिका निभाई है।
सूत्रों का कहना है कि, 'कुप्पन' एक प्रेम कहानी होगी जो एक गांव के एक युवा मछुआरे और एक उत्तर भारतीय लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है।
--आईएएनएस
चरण राज ने तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, ओडिया और बंगाली में 600 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है। वह 'कुप्पन' के माध्यम से निर्देशक के रूप में फिल्म उद्योग में वापसी कर रहे हैं।
फिल्म का नाम एक व्यक्ति के नाम पर रखा गया है।
अपनी फिल्म के लिए कहानी, पटकथा और संवाद लिखने वाले चरण राज कहते हैं, "मैं 35 साल से अधिक समय से पलवक्कम में रह रहा हूं और मैं हर सुबह समुद्र के किनारे अपने कुत्ते के साथ टहलने जाता हूं। अपनी सैर के दौरान, रास्ते में कई लोगों से या सैर से घर लौटते समय मैं लोगों से बातें करता था। ऐसी ही एक सैर पर मेरा परिचय कुप्पन नाम के एक मछुआरे से हुआ। उसके साथ मेरी बातचीत ने मुझे मछुआरे पर एक कहानी लिखने के लिए प्रेरित किया। इसलिए, स्क्रिप्ट खत्म करने के बाद, मैंने फिल्म को अपने दोस्त का नाम दिया। मैंने अपने दोस्त के नाम पर फिल्म का नाम रखा। उन्होंने फिल्म में एक छोटी सी भूमिका में काम भी किया है।"
देव चरणराज, जो चरणराज के दूसरे पुत्र हैं, एक पायलट थे। हीरो बनने से पहले उन्होंने एक अभिनय स्कूल में विशेष प्रशिक्षण लिया।
दूसरे हीरो के तौर पर आदि देव डेब्यू कर रहे हैं। उनके साथ सुष्मिता सुरेश और प्रियदर्शिनी अरुणाचलम भी बतौर हीरोइन डेब्यू कर रही हैं।
चरण राज भी लंबे समय बाद अहम भूमिका निभा रहे हैं। फिल्म में उन्होंने अपने बेटे के चाचा की भूमिका निभाई है।
सूत्रों का कहना है कि, 'कुप्पन' एक प्रेम कहानी होगी जो एक गांव के एक युवा मछुआरे और एक उत्तर भारतीय लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है।
--आईएएनएस
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