Advertisement
...तो पूजा करने से इसलिए बढ़ जाती है आपकी आयु
शोधकर्ताओं का मानना है कि धार्मिक जगहों पर जाने से सामाजिक समर्थन
बढ़ता है, धूम्रपान और शराब को तवज्जो नहीं मिलती, अवसाद कम हो जाते हैं,
और लोगों के जीवन में ज्यादा आशावादी दृष्टिकोण विकसित होता है।
शास्त्रों के अनुसार पूजा पाठ से इंसान अपने मन के भावों को ईश्वर तक पहुंचा सकता है। पूजा करने से आप के मन को शांति मिलती है, क्योंकि इससे आप खुद को ईश्वर से जुड़ा महसूस करते हैं। ये भी कहा जाता है कि ईश्वर की उपासना करने से ईश्वर का आशीर्वाद आप पर बना रहता है, और सारे संकट टल जाते हैं।
कहा तो ये भी जाता है कि ईश्वर को पाने का एक ही रास्ता होता है वो है ईश्वर भक्ति में लीन होना, पर अब तो साइंस ने भी ये बात मान ली है कि ईश्वर की आराधना करने से उम्र बढ़ती है। जो महिलाएं सप्ताह में एक बार पूजा करती हैं उनमें जल्दी मरने की संभावनाएं 25% कम होती हैं. जो महिलाएं सप्ताह में एक बार पूजा करती हैं, या आराधना स्थल जैसे मंदिर, मस्जिद, चर्च आदि में जाती हैं तो उनमें दिल की बीमारी, और कैंसर से होने वाली मौत का खतरा कम होता है. वो बाकियों के मुकाबले ज्यादा उम्र तक जीती हैं।
शास्त्रों के अनुसार पूजा पाठ से इंसान अपने मन के भावों को ईश्वर तक पहुंचा सकता है। पूजा करने से आप के मन को शांति मिलती है, क्योंकि इससे आप खुद को ईश्वर से जुड़ा महसूस करते हैं। ये भी कहा जाता है कि ईश्वर की उपासना करने से ईश्वर का आशीर्वाद आप पर बना रहता है, और सारे संकट टल जाते हैं।
कहा तो ये भी जाता है कि ईश्वर को पाने का एक ही रास्ता होता है वो है ईश्वर भक्ति में लीन होना, पर अब तो साइंस ने भी ये बात मान ली है कि ईश्वर की आराधना करने से उम्र बढ़ती है। जो महिलाएं सप्ताह में एक बार पूजा करती हैं उनमें जल्दी मरने की संभावनाएं 25% कम होती हैं. जो महिलाएं सप्ताह में एक बार पूजा करती हैं, या आराधना स्थल जैसे मंदिर, मस्जिद, चर्च आदि में जाती हैं तो उनमें दिल की बीमारी, और कैंसर से होने वाली मौत का खतरा कम होता है. वो बाकियों के मुकाबले ज्यादा उम्र तक जीती हैं।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
यह भी प�?े
Advertisement
जीवन मंत्र
Advertisement