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Maha Shivratri : 21 फरवरी को है महाशिवरात्रि, जानें क्या है महत्व और इससे जुड़ी पौराणिक कथाएं
महाशिवरात्रि हिन्दुओं का एक प्रमुख त्यौहार है। यह भगवान शिव का प्रमुख पर्व है। ज्योतिलिंग का प्रादुर्भाव होने से यह महा पर्व महाशिवरात्रि के रूप में मनाते हैं। इस पर्व को सभी लोग कर सकते हैं। बता दें कि देवों के देव महादेव की अराधना का सबसे खास दिन महाशिवरात्रि इस बार 21 फरवरी को मनाया जायेगा। भारत पर्व एवं उत्सवों का देश माना जाता है। महाशिव रात्रि पर्व भी संपूर्ण भारत के साथ-साथ नेपाल व मॉरीशस सहित अन्य कई देशों में उत्साह पूवर्क मनाया जाता है। महाशिव रात्रि का व्रत फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को किया जाता है। यह भगवान शिव का त्यौहार है, जिसका हर शिवभक्त वर्षभर बेसब्री से इंतजार करते हैं और शिव की भक्ति और भांग के रंग में मग्न हो जाते हैं।
पुराणों के अनुसार, इसी दिन सृष्टि के आरंभ में मध्यरात्रि में भगवान शिव ब्रह्मा की काया से रुद्र के रूप में प्रकट हुए थे। इसीलिए इस दिन को महाशिवरात्रि कहा जाता है। यह भी माना जाता है कि इस दिन भगवान शंकर और पार्वती का विवाह हुआ था। इस दिन लोग व्रत रखते हैं और भगवान शिव की पूजा करते हैं।
पुराणों के अनुसार, इसी दिन सृष्टि के आरंभ में मध्यरात्रि में भगवान शिव ब्रह्मा की काया से रुद्र के रूप में प्रकट हुए थे। इसीलिए इस दिन को महाशिवरात्रि कहा जाता है। यह भी माना जाता है कि इस दिन भगवान शंकर और पार्वती का विवाह हुआ था। इस दिन लोग व्रत रखते हैं और भगवान शिव की पूजा करते हैं।
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