Advertisement
शनिदेव की कृपा पाने के लिए जरूर करें ये काम, व्यापार में होगी दिन दोगुनी रात चौगुनी बरकत
हिन्दू धर्म में शनिवार का दिन भगवान शनिदेव को समर्पित होता है। 9 ग्रहों में शनि ही एक मात्र ऐसा ग्रह है, जिसे सबसे क्रूर ग्रह माना जाता है। शनि की साढ़े साती या शनि की ढैया का नाम सुनकर अच्छे-भले जातकों पर भी प्रतिकूल मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है। यह बात बहुत कम लोग जानते होंगे कि शनि ग्रह ईमानदार लोगों के लिए यश, धन, पद और सम्मान का ग्रह है। शनि संतुलन एवं न्याय के ग्रह हैं। शनि अर्थ, धर्म, कर्म और न्याय का प्रतीक हैं।
शनि ही धन-संपत्ति, वैभव और मोक्ष भी देते हैं। कहते हैं शनि देव पापी व्यक्तियों के लिए अत्यंत दुखदायक हैं। शनि की दशा आने पर जीवन में कई उतार-चढ़ाव आते हैं, जिससे जीवन पूरी तरह से डगमगा सकता है परंतु शनि कुछ लोगों के अत्यंत शुभ और श्रेष्ट फल देता है। कुछ खास उपाय किए करें तो शनि आप पर मेहरबान होकर आपको धनी भी बना सकता है।
शनिदेव कृपा उन जातको पर बनी रहती है जो लोग जेष्ठ माह में धूप से बचने के लिए काले छातों का दान करते हैं शनिदेव उन पर अपनी छत्र छाया बनाए रखते हैं। जो लोग कुत्तों की सेवा करते हैं अथवा कुत्तों को भोजन देते हैं और उन्हें सताते नहीं हैं शनिदेव उन्हें कष्टों से मुक्ति देते है।
शनि ही धन-संपत्ति, वैभव और मोक्ष भी देते हैं। कहते हैं शनि देव पापी व्यक्तियों के लिए अत्यंत दुखदायक हैं। शनि की दशा आने पर जीवन में कई उतार-चढ़ाव आते हैं, जिससे जीवन पूरी तरह से डगमगा सकता है परंतु शनि कुछ लोगों के अत्यंत शुभ और श्रेष्ट फल देता है। कुछ खास उपाय किए करें तो शनि आप पर मेहरबान होकर आपको धनी भी बना सकता है।
शनिदेव कृपा उन जातको पर बनी रहती है जो लोग जेष्ठ माह में धूप से बचने के लिए काले छातों का दान करते हैं शनिदेव उन पर अपनी छत्र छाया बनाए रखते हैं। जो लोग कुत्तों की सेवा करते हैं अथवा कुत्तों को भोजन देते हैं और उन्हें सताते नहीं हैं शनिदेव उन्हें कष्टों से मुक्ति देते है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
यह भी प�?े
Advertisement
जीवन मंत्र
Advertisement