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सास के रूप में इन राशि वाली महिलाएँ होती हैं तेज तर्रार, रखें ध्यान

परिवार में सुख शांति के लिए सबसे बड़ा कदम तालमेल का होता है। यदि परिवार के सदस्यों के मध्य आपसी तालमेल अच्छा है तो निश्चित तौर पर परिवार में सुख शांति रहेगी। विशेष रूप से घर की दो महिलाओं—सास और बहु—में अच्छे तालमेल की सर्वाधिक आवश्यकता होती है। सास और बहु का रिश्ता दो परिवारों को जोडऩे में अहम भूमिका निभाता है। तालमेल में कमी आने पर सास-बहु का रिश्ता कमजोर पडऩे लगता है, जिसका प्रभाव घर के अन्य सदस्यों पर भी पड़ता है। इसलिए इस रिश्ते को लेकर गंभीर और सावधान रहना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र ऐसा शास्त्र है जिसमें हर समस्या का समाधान बताया गया है। ज्योतिष शास्त्र में प्रत्येक राशियों के स्वभाव के बारे में विस्तार से बताया गया है। राशि अनुसार आप अपनी सास के स्वभाव को जान सकते हैं। इसके साथ ही इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
मेष राशि- मेष राशि की सास स्वभाव से बहुत ही सख्त और अनुशासन प्रिय होती है। ये आलस से दूर रहती है। हर कार्य को समय पर चाहती हैं। ये घर में अपनी छवि को लेकर बहुत ही सचेत रहती हैं। इसलिए इनके साथ तालमेल बनाने में शुरूआत में थोड़ी मुश्किल आती है, लेकिन बाद में धीरे-धीरे चीजें बेहतर हो जाती हैं। ये अपनी बहु को बहुत प्यार करने वाली होती हैं लेकिन कई बार इस बात को ये जाहिर नहीं कर पाती हैं जिस कारण समझने में दिक्कत आती है। जिनका नाम ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो से आरंभ होता है, उनकी राशि मेष कहलाती है।
कन्या राशि- जिस सास की राशि कन्या होती है, वे काफी खुले विचारों वाली होती हैं, ये नए विचारों को बहुत जल्द अपना लेती हैं। ये अपनी बहु पर अनावश्यक अधिकारों का प्रयोग नहीं करती हैं। हर परिस्थिति को समझने के बाद ही कोई निर्णय लेती हैं। ये बहु के साथ हाथ बंटाने में संकोच नहीं करती हैं। यहां तक की बहु की प्रशंसा करने में भी ये पीछे नहीं रहती हैं। जिनके नाम का पहला शब्द ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे और पो से आरंभ होता है, उनकी राशि कन्या कहलाती है।
धनु राशि- धनु राशि की सास बहुत ही गंभीर होती हैं। ये अधिक धार्मिक होती हैं। ये अपनी छवि को लेकर बहुत ही सर्तक रहती हैं। ये अनुशासन प्रिय भी होती हैं। जिस कारण इनसे तालमेल बनाने में कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है। इन्हें अच्छा भोजन, यात्रा करना अच्छा लगता है। ये मर्यादा पसंद होती हैं। जिनका नाम ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे अक्षर से शुरू होता है, उनकी धनु राशि होती है।
आलेख में दी गई जानकारियों को लेकर हम यह दावा नहीं करते कि यह पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
मेष राशि- मेष राशि की सास स्वभाव से बहुत ही सख्त और अनुशासन प्रिय होती है। ये आलस से दूर रहती है। हर कार्य को समय पर चाहती हैं। ये घर में अपनी छवि को लेकर बहुत ही सचेत रहती हैं। इसलिए इनके साथ तालमेल बनाने में शुरूआत में थोड़ी मुश्किल आती है, लेकिन बाद में धीरे-धीरे चीजें बेहतर हो जाती हैं। ये अपनी बहु को बहुत प्यार करने वाली होती हैं लेकिन कई बार इस बात को ये जाहिर नहीं कर पाती हैं जिस कारण समझने में दिक्कत आती है। जिनका नाम ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो से आरंभ होता है, उनकी राशि मेष कहलाती है।
कन्या राशि- जिस सास की राशि कन्या होती है, वे काफी खुले विचारों वाली होती हैं, ये नए विचारों को बहुत जल्द अपना लेती हैं। ये अपनी बहु पर अनावश्यक अधिकारों का प्रयोग नहीं करती हैं। हर परिस्थिति को समझने के बाद ही कोई निर्णय लेती हैं। ये बहु के साथ हाथ बंटाने में संकोच नहीं करती हैं। यहां तक की बहु की प्रशंसा करने में भी ये पीछे नहीं रहती हैं। जिनके नाम का पहला शब्द ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे और पो से आरंभ होता है, उनकी राशि कन्या कहलाती है।
धनु राशि- धनु राशि की सास बहुत ही गंभीर होती हैं। ये अधिक धार्मिक होती हैं। ये अपनी छवि को लेकर बहुत ही सर्तक रहती हैं। ये अनुशासन प्रिय भी होती हैं। जिस कारण इनसे तालमेल बनाने में कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है। इन्हें अच्छा भोजन, यात्रा करना अच्छा लगता है। ये मर्यादा पसंद होती हैं। जिनका नाम ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे अक्षर से शुरू होता है, उनकी धनु राशि होती है।
आलेख में दी गई जानकारियों को लेकर हम यह दावा नहीं करते कि यह पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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