Advertisement
यहां है सोने की सबसे बड़ी मूर्ति, जानिए इसके ऊपर क्यों चढ़ाया गया है प्लास्टर
जब मूर्ति को रखने के लिए मंदिर में एक नया भवन बनाया गया और 1955 में इसका स्थानांतरण किया जा रहा था, तब गलती से मूर्ति जमीन पर गिर गई, जिससे उसका प्लास्टर उखड़ गया और उसकी हकीकत लोगों के सामने आ गई। बाद में इस मूर्ति को रखने के लिए वाट ट्रेमिट मंदिर में एक बड़े से भवन निर्माण कराया गया और वहां भगवान बुद्ध की सोने की मूर्ति को स्थापित किया गया।
सोने की इस मूर्ति पर प्लास्टर इसलिए चढ़ाया गया था, ताकि इसे चोरी होने से बचाया जा सके। ऐसा माना जाता है कि 1767 में बर्मा के आक्रमणकारियों द्वारा अयुथ्या राज्य के विनाश से पहले मूर्ति पर प्लास्टर करने का काम पूरा हुआ होगा।
सोने की इस मूर्ति पर प्लास्टर इसलिए चढ़ाया गया था, ताकि इसे चोरी होने से बचाया जा सके। ऐसा माना जाता है कि 1767 में बर्मा के आक्रमणकारियों द्वारा अयुथ्या राज्य के विनाश से पहले मूर्ति पर प्लास्टर करने का काम पूरा हुआ होगा।
ये भी पढ़ें - यहां सिर्फ एक बच्ची के लिए रोज आती है ट्रेन
Advertisement
यह भी प�?े
Advertisement
अजब गजब
Advertisement