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बिजली का बिल देख युवक को लगा ‘झटका’, कहा-पूरी जिदंगी भी...
कन्नौज।
बिजली विभाग मनमाने तरीके से अपने उपभोक्ताओं को बिजली के बिल भेजता है,
इसका जीता-जागता उदाहरण यूपी के कन्नौज में देखने को मिला है। यहां एक
उपभोक्ता को बिजली विभाग ने एक साल तक बिल नहीं भेजा, जब उपभोक्ता ने दौड़
भागकर बिल निकलवाया तो उपभोक्ता के बिल देखकर घबराहट के मारे उसके हाथ-पांव
फूल गए।
उत्तर प्रदेश के कन्नौज में रहने वाले अब्दुल बासित का हजार लाख रुपए नहीं बल्कि 23 करोड़ 71 लाख का बिल भेज दिया।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, कन्नौज के अब्दुल बासित दो किलोवाट की क्षमता पर चलने वाले इस सामान्य घर की बिजली का कुल 178 यूनिट खपत था। लेकिन बासित के बिल में अमाउंट था- 23,67,71,524 रुपए। अपने इस बिल को देखकर हैरान-परेशान हुए बासित अब अपनी इस समस्या का हल ढूंढने के लिए इधर-उधर दौड़ लगा रहे हैं।
अब्दुल बासित ने एएनआई से बातचीत में कहा कि उन्हें लगता है कि उन्हें पूरे उत्तर प्रदेश का बिल थमा दिया गया है। बासित ने कहा, ‘अगर मैं अपनी पूरी जिंदगी भी कमाऊं तो भी इतने ज्यादा पैसे कभी नहीं चुका पाऊंगा।’ एक्जीक्यूटिव इंजीनियर शादाब अहमद ने बताया कि पहले बिल की जांच की जाएगी, उसके बाद ही बासित से पैसे लिए जाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘रीडिंग में कुछ गलतियों के चलते ऐसे बिल जेनरेट हो रहे हैं। इसे बदलकर दोबारा मीटर की रीडिंग ली जाएगी। अगर बिल ठीक निकलता है, तभी उपभोक्ता से पैसे लिए जाएंगे। बिल मिलने के बाद से अब्दुल वाजिद की तबियत खराब है। वहीं, मामला सामने आने के बाद अधिकारी अब कार्रवाई की बात कह रहे हैं। पीडि़त की मांग है कि बिजली विभाग की लापरवाही है, विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश के कन्नौज में रहने वाले अब्दुल बासित का हजार लाख रुपए नहीं बल्कि 23 करोड़ 71 लाख का बिल भेज दिया।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, कन्नौज के अब्दुल बासित दो किलोवाट की क्षमता पर चलने वाले इस सामान्य घर की बिजली का कुल 178 यूनिट खपत था। लेकिन बासित के बिल में अमाउंट था- 23,67,71,524 रुपए। अपने इस बिल को देखकर हैरान-परेशान हुए बासित अब अपनी इस समस्या का हल ढूंढने के लिए इधर-उधर दौड़ लगा रहे हैं।
अब्दुल बासित ने एएनआई से बातचीत में कहा कि उन्हें लगता है कि उन्हें पूरे उत्तर प्रदेश का बिल थमा दिया गया है। बासित ने कहा, ‘अगर मैं अपनी पूरी जिंदगी भी कमाऊं तो भी इतने ज्यादा पैसे कभी नहीं चुका पाऊंगा।’ एक्जीक्यूटिव इंजीनियर शादाब अहमद ने बताया कि पहले बिल की जांच की जाएगी, उसके बाद ही बासित से पैसे लिए जाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘रीडिंग में कुछ गलतियों के चलते ऐसे बिल जेनरेट हो रहे हैं। इसे बदलकर दोबारा मीटर की रीडिंग ली जाएगी। अगर बिल ठीक निकलता है, तभी उपभोक्ता से पैसे लिए जाएंगे। बिल मिलने के बाद से अब्दुल वाजिद की तबियत खराब है। वहीं, मामला सामने आने के बाद अधिकारी अब कार्रवाई की बात कह रहे हैं। पीडि़त की मांग है कि बिजली विभाग की लापरवाही है, विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
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