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बिहार : न्यूजीलैंड से गया आकर कुत्ते का किया पिंडदान, अस्थियां गंगा में विसर्जित कीं
प्रमोद ने हिन्दू रीति के साथ वैसी ही परंपरा लाइकन के गुजर जाने
के बाद निभाई, जो किसी परिजन के गुजर जाने के बाद परिवार वाले करते हैं।
लाइकन के गुजरने के बाद पहले वहां हिन्दू रीति से उसे जलाया और उसकी
अस्थियां लेकर भारत आए और पटना के पास बड़े ही मार्मिक अंदाज में उसे गंगा
में प्रवाहित किया।
इतना ही नहीं वे मोक्षस्थली गया भी गए और लाइकन के मोक्ष के लिए पिंडदान और गया में श्राद्ध किया। प्रमोद अब लाइकन के श्राद्ध के तीस दिन बीतने का इंतजार कर रहे हैं और वह उस दिन अपने तमाम परिचितों और परिजनों के साथ भंडारा भी करेंगे।
प्रमोद के इस पशुप्रेम के प्रसंग पर उनके परिचित प्रेमी काफी प्रसन्न हैं और पूर्णिया में जो भी उनकी यह कहानी सुन रहा है, वह उनकी इंसानियत को सलाम कर रहा है।
इतना ही नहीं वे मोक्षस्थली गया भी गए और लाइकन के मोक्ष के लिए पिंडदान और गया में श्राद्ध किया। प्रमोद अब लाइकन के श्राद्ध के तीस दिन बीतने का इंतजार कर रहे हैं और वह उस दिन अपने तमाम परिचितों और परिजनों के साथ भंडारा भी करेंगे।
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