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ISL-4 : बेंगलुरू सेमीफाइनल में, 3 स्थानों के लिए होगी कड़ी टक्कर
नई दिल्ली। बेंगलुरू एफसी ने हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के चौथे सीजन के सेमीफाइनल में स्थान पक्का कर लिया है। अब सेमीफाइनल के तीन स्थानों के लिए दौड़ बाकी है और बुधवार से जब मुकाबले फिर से शुरू होंगे तब इन स्थानों का दावा कर रही टीमों के बीच जोरदार प्रतिस्पर्धा होगी, जो इस लीग के रोमांच को दोगुना कर देगी। बेंगलुरू को अभी तीन मैच और खेलने हैं लेकिन वह 33 अंकों के साथ तालिका में टॉप पर शान के साथ विराजमान है।
उसे 15 मैचो में से 11 में जीत मिली है। अब सेमीफाइनल के तीन स्थान बचे हैं और अगले तीन सप्ताह तक इन स्थानों के लिए जोरदार प्रतिस्पर्धा होगी, जो इस लीग के रोमांच को बढ़ा देगी। लीग में इस साल की दूसरी सबसे अच्छी टीम एफसी पुणे सिटी ने सेमीफाइनल तक एक कदम बढ़ा दिया है। उसके खाते में 28 अंक हैं और उसे अभी भी तीन मैच खेलने हैं। पुणे को हालांकि सेमीफाइनल में अपना स्थान सुरक्षित नहीं मानना चाहिए।
इस सीजन में प्रतिस्पर्धा का स्तर काफी ऊंचा है और प्लेऑफ के लिए जोरदार टक्कर चल रही है। कम से कम छह टीमें ऐसी हैं, जो क्वालीफाई कर सकती हैं। स्थान तो तीन ही बचे हैं, ऐसे में जो टीम श्रेष्ठ खेल दिखाएगी, उसे ही आगे का टिकट मिलेगा। मुम्बई सिटी एफसी को अपने अंतिम मैच में एफसी पुणे सिटी के हाथों 0-2 से हार मिली। मुम्बई के कोच एलेक्सजेंडर गुइमारेस ने कहा, हमें अभी भी 12 अंकों के लिए खेलना है।
अगर हम अगले चार मैच जीत जाते हैं तो हमारा भी आगे जाने का रास्ता साफ हो सकता है। अब हमें सिर्फ और सिर्फ जीत के लिए खेलना है और हम इस दौरान ड्रॉ के लिए भी नहीं खेल सकते। पुणे ने मुम्बई पर जीत के साथ अपने कुल अंकों की संख्या 28 कर ली है और वह दूसरे स्थान पर काबिज है। एक साधारण स्थिति में इतने अंक प्लेऑफ में पहुंचने के लिए काफी होते हैं लेकिन मौजूदा हालात में नहीं।
2014 के बाद पुणे की टीम कभी भी लीग के सेमीफाइनल में नहीं पहुंची है और इस बार उसके आगे जाने की सम्भावना है लेकिन जमशेदपुर एफसी (25 अंक), चेन्नयन एफसी (24 अंक), केरला ब्लास्टर्स (21 अंक) और एफसी गोवा (20 अंक) उसका काम खराब सकते हैं। इन टीमों के भी सेमीफाइनल में पहुंचने की सम्भावना है। पुणे को आगे दो मैच खेलने हैं। एक मैच बेंगलुरू एफसी के साथ होना है और दूसरा मैच गोवा के साथ। अंतिम मैच उसे दिल्ली डायनामोज के खिलाफ दिल्ली में खेलना है।
दिल्ली की टीम बेशक तालिका में सबसे नीचे है लेकिन वह इस सीजन में बेंगलुरू जैसी मजबूत टीम को हरा चुकी है और चेन्नयन एफसी को बराबरी पर रोक चुकी है। मजेदार बात यह है कि पुणे को दिल्ली के खिलाफ इस सीजन के अपने पहले ही मैच में अपने घर में दिल्ली के हाथों हार मिली थी। चेन्नयन एफसी के साथ दिल्ली का ड्रॉ मुकाबला 2015 के चैम्पियन के आगे जाने की राह में रोड़ा बन सकता है।
उसे 15 मैचो में से 11 में जीत मिली है। अब सेमीफाइनल के तीन स्थान बचे हैं और अगले तीन सप्ताह तक इन स्थानों के लिए जोरदार प्रतिस्पर्धा होगी, जो इस लीग के रोमांच को बढ़ा देगी। लीग में इस साल की दूसरी सबसे अच्छी टीम एफसी पुणे सिटी ने सेमीफाइनल तक एक कदम बढ़ा दिया है। उसके खाते में 28 अंक हैं और उसे अभी भी तीन मैच खेलने हैं। पुणे को हालांकि सेमीफाइनल में अपना स्थान सुरक्षित नहीं मानना चाहिए।
इस सीजन में प्रतिस्पर्धा का स्तर काफी ऊंचा है और प्लेऑफ के लिए जोरदार टक्कर चल रही है। कम से कम छह टीमें ऐसी हैं, जो क्वालीफाई कर सकती हैं। स्थान तो तीन ही बचे हैं, ऐसे में जो टीम श्रेष्ठ खेल दिखाएगी, उसे ही आगे का टिकट मिलेगा। मुम्बई सिटी एफसी को अपने अंतिम मैच में एफसी पुणे सिटी के हाथों 0-2 से हार मिली। मुम्बई के कोच एलेक्सजेंडर गुइमारेस ने कहा, हमें अभी भी 12 अंकों के लिए खेलना है।
अगर हम अगले चार मैच जीत जाते हैं तो हमारा भी आगे जाने का रास्ता साफ हो सकता है। अब हमें सिर्फ और सिर्फ जीत के लिए खेलना है और हम इस दौरान ड्रॉ के लिए भी नहीं खेल सकते। पुणे ने मुम्बई पर जीत के साथ अपने कुल अंकों की संख्या 28 कर ली है और वह दूसरे स्थान पर काबिज है। एक साधारण स्थिति में इतने अंक प्लेऑफ में पहुंचने के लिए काफी होते हैं लेकिन मौजूदा हालात में नहीं।
2014 के बाद पुणे की टीम कभी भी लीग के सेमीफाइनल में नहीं पहुंची है और इस बार उसके आगे जाने की सम्भावना है लेकिन जमशेदपुर एफसी (25 अंक), चेन्नयन एफसी (24 अंक), केरला ब्लास्टर्स (21 अंक) और एफसी गोवा (20 अंक) उसका काम खराब सकते हैं। इन टीमों के भी सेमीफाइनल में पहुंचने की सम्भावना है। पुणे को आगे दो मैच खेलने हैं। एक मैच बेंगलुरू एफसी के साथ होना है और दूसरा मैच गोवा के साथ। अंतिम मैच उसे दिल्ली डायनामोज के खिलाफ दिल्ली में खेलना है।
दिल्ली की टीम बेशक तालिका में सबसे नीचे है लेकिन वह इस सीजन में बेंगलुरू जैसी मजबूत टीम को हरा चुकी है और चेन्नयन एफसी को बराबरी पर रोक चुकी है। मजेदार बात यह है कि पुणे को दिल्ली के खिलाफ इस सीजन के अपने पहले ही मैच में अपने घर में दिल्ली के हाथों हार मिली थी। चेन्नयन एफसी के साथ दिल्ली का ड्रॉ मुकाबला 2015 के चैम्पियन के आगे जाने की राह में रोड़ा बन सकता है।
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