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महिलाएं स्वरोजगार को अपनाकर आत्मनिर्भरता पाएं - उच्च शिक्षा मंत्री
जयपुर। उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने महिलाओं का आह्वान किया है कि वे दैनिक कार्याें के अलावा स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ें और आत्मनिर्भर बन कर परिवार को आर्थिक सम्बल प्रदान करें।
माहेश्वरी सोमवार को राजसमंद में तुलसी साधना शिखर पर गांधी-शास्त्री जयन्ती पर आयोजित “चरखा कताई” समारोह में उपस्थित महिलाओं को संबोधित कर रही थी। जिला प्रशासन, नगर परिषद तथा राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस समारोह में देवगढ़ खादी ग्रामोद्योग बोर्ड तथा राजसमन्द से आयी दर्जन भर से अधिक महिलाओं ने चरखों से सूत कातकर अपने आत्मनिर्भर होने का उदाहरण पेश किया।
माहेश्वरी ने कहा कि अपने दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़कर चरखे से सूत कातने सहित साबुन, अगरबत्ती, पापड़, मसालें आदि लघु उद्योगों को अपनाएं तथा अपने परिवार को आर्थिक सम्बल प्रदान कर आत्मनिर्भर बनें।
उन्होंने कहा कि घर की महिला आर्थिक दृष्टि से मजबूत होगी तो परिवार की हालत सुधरेगी तथा सामाजिक सम्मान की प्राप्ति होगी। मंत्री माहेश्वरी ने महिला स्वयं सहायता समूहों से आयी महिलाओं की समस्याएं सुनी तथा चरखा संचालन के बारे में जानकारी ली। उन्होंने स्वयं चरखा चलाकर महिलाओं को स्वरोजगार की दिशा में कदम बढ़ाने की प्रेरणा दी।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर बृजमोहन बैरवा ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि नवाचार के रूप में आयोजित यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा तथा महिलाएं स्वरोजगार से जुड़कर अपने ग्राम को स्वावलम्बी बना सकेंगी। उन्होंने कहा कि आर्थिक समरसता होगी तभी ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक समरसता के नये आयाम स्थापित हो सकेंगे।
इस दौरान राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड उदयपुर की सहायक निदेशक मंजु माली ने बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना में इच्छुक महिलाएं अपना आवेदन कर लघु कुटीर उद्योगों के लिए ऋण प्राप्त कर सकती हैं। इसमें तीन साल तक नियमित किश्त जमा कराने पर सरकार द्वारा अनुदान भी देय है। राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष जीतमल कच्छारा ने खादी बोर्ड तथा चरखे के बारे में ऎतिहासिक जानकारी प्रदान की तथा उपस्थित महिलाओं से आवश्यक जानकारी साझा की।
इस अवसर पर नगरपरिषद सभापति सुरेश पालीवाल, महिला स्वयं सहायता समूह में जिले में कई समूहों के गठन में अपना योगदान करने वाली संगीता माहेश्वरी, उपखण्ड अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल, नगरपरिषद आयुक्त बृजेश राय, उप जिला प्रमुख सफलता गुर्जर सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं।
माहेश्वरी सोमवार को राजसमंद में तुलसी साधना शिखर पर गांधी-शास्त्री जयन्ती पर आयोजित “चरखा कताई” समारोह में उपस्थित महिलाओं को संबोधित कर रही थी। जिला प्रशासन, नगर परिषद तथा राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस समारोह में देवगढ़ खादी ग्रामोद्योग बोर्ड तथा राजसमन्द से आयी दर्जन भर से अधिक महिलाओं ने चरखों से सूत कातकर अपने आत्मनिर्भर होने का उदाहरण पेश किया।
माहेश्वरी ने कहा कि अपने दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़कर चरखे से सूत कातने सहित साबुन, अगरबत्ती, पापड़, मसालें आदि लघु उद्योगों को अपनाएं तथा अपने परिवार को आर्थिक सम्बल प्रदान कर आत्मनिर्भर बनें।
उन्होंने कहा कि घर की महिला आर्थिक दृष्टि से मजबूत होगी तो परिवार की हालत सुधरेगी तथा सामाजिक सम्मान की प्राप्ति होगी। मंत्री माहेश्वरी ने महिला स्वयं सहायता समूहों से आयी महिलाओं की समस्याएं सुनी तथा चरखा संचालन के बारे में जानकारी ली। उन्होंने स्वयं चरखा चलाकर महिलाओं को स्वरोजगार की दिशा में कदम बढ़ाने की प्रेरणा दी।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर बृजमोहन बैरवा ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि नवाचार के रूप में आयोजित यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा तथा महिलाएं स्वरोजगार से जुड़कर अपने ग्राम को स्वावलम्बी बना सकेंगी। उन्होंने कहा कि आर्थिक समरसता होगी तभी ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक समरसता के नये आयाम स्थापित हो सकेंगे।
इस दौरान राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड उदयपुर की सहायक निदेशक मंजु माली ने बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना में इच्छुक महिलाएं अपना आवेदन कर लघु कुटीर उद्योगों के लिए ऋण प्राप्त कर सकती हैं। इसमें तीन साल तक नियमित किश्त जमा कराने पर सरकार द्वारा अनुदान भी देय है। राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष जीतमल कच्छारा ने खादी बोर्ड तथा चरखे के बारे में ऎतिहासिक जानकारी प्रदान की तथा उपस्थित महिलाओं से आवश्यक जानकारी साझा की।
इस अवसर पर नगरपरिषद सभापति सुरेश पालीवाल, महिला स्वयं सहायता समूह में जिले में कई समूहों के गठन में अपना योगदान करने वाली संगीता माहेश्वरी, उपखण्ड अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल, नगरपरिषद आयुक्त बृजेश राय, उप जिला प्रमुख सफलता गुर्जर सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं।
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