Advertisement
101 बच्चियों को बांटे छाते और पेन
कांगड़ा। जिला प्रशासन द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में चलाए जा रहे कांगड़े दी मुन्नी अभियान को सफल बनाने में आम जन भी अपने-अपने स्तर पर सहयोग देने में लगे हैं। इसी क्रम में आज विकास खण्ड नगरोटा बगवां के मलां में समाजसेवी सुनील कुमार ने अपनी ओर से सबला योजना के अन्तर्गत 11 से 18 वर्ष की आयु वर्ग की 101 लड़कियों को छाते और पेन वितरित किये। इस अवसर पर मुनियां दी धाम का आयोजन भी किया गया।
इस अवसर पर उपमण्डलाधिकारी (ना.) नगरोटा सिद्धार्थ आचार्य ने कहा कि कांगड़े दी मुन्नी अभियान के अंतर्गत जिला में लैंगिक असंतुलन को दूर करने के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता से कार्य करने के साथ-साथ लड़कियों की शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान, स्वाभिमान और अधिकारों को लेकर भी जागरूकता पर बल दिया जा रहा है। उन्होंने लोगों से इस अभियान को सफल बनाने में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी तिलक राज आचार्य ने बताया कि सबला योजना के तहत 11-18 वर्ष की किशोरियों की पोषण और स्वास्थ्य स्थिति में सुधार करने और उन्हें जीवन कौशल, स्वास्थ्य और पोषण संबंधी शिक्षा के माध्यम से उनका सशक्तीकरण करने के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए बल दिया जा रहा है। इस अवसर पर सीडीपीओ नगरोटा बगवां विजय कुमार शर्मा सहित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा भारी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।
इस अवसर पर उपमण्डलाधिकारी (ना.) नगरोटा सिद्धार्थ आचार्य ने कहा कि कांगड़े दी मुन्नी अभियान के अंतर्गत जिला में लैंगिक असंतुलन को दूर करने के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता से कार्य करने के साथ-साथ लड़कियों की शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान, स्वाभिमान और अधिकारों को लेकर भी जागरूकता पर बल दिया जा रहा है। उन्होंने लोगों से इस अभियान को सफल बनाने में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी तिलक राज आचार्य ने बताया कि सबला योजना के तहत 11-18 वर्ष की किशोरियों की पोषण और स्वास्थ्य स्थिति में सुधार करने और उन्हें जीवन कौशल, स्वास्थ्य और पोषण संबंधी शिक्षा के माध्यम से उनका सशक्तीकरण करने के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए बल दिया जा रहा है। इस अवसर पर सीडीपीओ नगरोटा बगवां विजय कुमार शर्मा सहित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा भारी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
कांगड़ा
हिमाचल प्रदेश से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement