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खुफिया तंत्र के उड़े होश, बॉर्डर पर हजारों नेपाली नागरिकों का बना आधार कार्ड

khaskhabar.com : शुक्रवार, 24 नवम्बर 2017 10:22 PM (IST)
खुफिया तंत्र के उड़े होश, बॉर्डर पर हजारों नेपाली नागरिकों का बना आधार कार्ड
बहराइच। नेपाल के एक व्यक्ति की अवैध रूप से दो देशों की नागरिकता का मामला सामने आया है। जब आरोपित का नेपाल में बना निर्वाचन कार्ड व भारतीय आधार कार्ड की फोटो सोशल मीडिया पर डाली गई, तो खुफिया तंत्र के होश उड़ गए। एसपी ने रुपईडीहा पुलिस को जांच के निर्देश दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक, अवैध तरीके से आधार कार्ड बनवाने वाला व्यक्ति नेपाल पुलिस का इंस्पेक्टर है। रुपईडीहा पुलिस ने संदिग्धता के आधार पर एक जनसेवा केंद्र के संचालक को हिरासत में लिया है। पूछताछ जारी है। सूत्रों की मानें तो नेपाल बॉर्डर स्थित रुपईडीहा थाना क्षेत्र के कई गांवों के लोगों के दस्तावेजों के जरिए फर्जी तरीके से करीब एक हजार नेपाली नागरिकों के आधार कार्ड बनाए गए हैं।

पुलिस अधीक्षक जुगुल किशोर ने बताया कि गुरुवार को सोशल मीडिया पर एक फोटो व आधार कार्ड, नेपाल निर्वाचन आयोग द्वारा जारी मतदाता पहचानपत्र व नेपाल सरकार के आंतरिक राजस्व विभाग द्वारा जारी स्थायी लेखा नंबर परिचयपत्र से संबंधित दस्तावेज वायरल हुआ है। नेपाल निर्वाचन आयोग के मुताबिक, बांके जिले के नेपालगंज निवासी निर्मल शाह पुत्र गणेश नेपालगंज उप महानगर पालिका का मतदाता है।

उसे आयोग द्वारा मतदाता पहचानपत्र (15437772) जारी किया गया है। उसकी पत्नी का नाम नेहा शाह व मां का नाम तोला कुमारी है। इसी तरह नेपाल सरकार के आंतरिक राजस्व विभाग द्वारा स्थायी लेखा नंबर परिचयपत्र जारी किया गया है, जिसमें पता रुकुम जिला अंकित है। निर्मल शाह के नाम से भारत में जारी होने वाला आधार कार्ड (438627160633) बनाया गया है, जो अवैध है। सोशल मीडिया पर वायरल आधार में पते वाला दूसरा हिस्सा नहीं है। आधार कार्ड किस पते पर बनाया गया है। इसकी जांच कराई जा रही है।

उधर, एसपी के निर्देश पर रुपईडीहा थाना प्रभारी आलोक राव को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। एसओ आलोक राव ने रुपईडीहा कस्बे में संचालित एक जनसेवा केंद्र संचालक को शक के आधार पर हिरासत में लिया है। पूछताछ की जा रही है। सूत्रों का कहना है, इस संचालक के पास से पुलिस को फर्जी मोहर, पहचानपत्र व भारी मात्रा में फर्जी कागजात मिले हैं। पुलिस के अलावा लोकल इंटेलिजेंस, एसएसबी, आईबी व अन्य अंतर्राष्ट्रीय खुफिया तंत्र चौकन्ना हो गया है।

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