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पंजाबी कांफ्रैंस की सफलता से पंजाबी और पंजाबियत का झंडा ओैर बुलंद हुआ- चौधरी
चंडीगढ़। उच्चतर और भाषा संबंधीे मंत्री अरुणा चौधरी ने गत रात पंजाब भवन में छटी विश्व पंजाबी कांफ्रैंस के डेलीगेटों के रात्रि भोज करवा के अतिथि सत्कार किया। चौधरी ने चंडीगढ़ में दो दिवसीय कांफ्रैंस में देश विदेश से हिस्सा लेने आए साहित्यकारों का स्वागत किया।
चौधरी ने कहा कि इस तरह के समागम /कांफ्रैंस के होने से पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत का झंडा बुलंद होता है। विश्व पंजाबी कान्फ्रेंस और पंजाब कला परिषद द्वारा करवाई इस कान्फ्रेंस के प्रबंधकों की प्रशंसा करते हुये उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास जारी रहने चाहिए और उन्होंने पंजाब सरकार की तरफ से भरोसा दिलाया कि ऐसे उद्यमों का पूर्ण साथ दिया जायेगा।
पंजाब भवन के परिसर में हुए रात्रि भोज के दौरान भाषा विभाग पंजाब द्वारा पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत सम्बन्धित अलग -अलग चोटी के लेखकों द्वारा लिखित रचनाओं के होर्डिंग लगाए गए। धनी राम चात्रिक, फिरोज़दीन शर्फ, बाबा नज़मी आदि लेखकों के लगाए होर्डिंग को बहुत दिलचस्पी से पढ़ा गया। इस मौके पर कांफ्रैंस के मुख्य प्रबंधक और पूर्व संसद मैंबर एच.एस. हंसपाल, विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री एस. के. संधू, भाषा विभाग की डायरैक्टर श्रीमती गुरशरन कौर वालिया, पंजाब कला परिषद के सचिव जनरल डा. लखविन्दर सिंह जौहल, पंजाब साहित्य अकादमी की प्रधान डा. सरबजीत कौर सोहल, पंजाबी यूनिवर्सिटी की उप कुलपति प्रो. बी. एस घूमन, डा. दीपक मनमोहन सिंह, डा. मनमोहन सिंह, इकबाल माहल, डा. जोगराज़ अंगरीश, सुखविन्दर अमृत, डा. रवेल सिंह आदि उपस्थित थे।
चौधरी ने कहा कि इस तरह के समागम /कांफ्रैंस के होने से पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत का झंडा बुलंद होता है। विश्व पंजाबी कान्फ्रेंस और पंजाब कला परिषद द्वारा करवाई इस कान्फ्रेंस के प्रबंधकों की प्रशंसा करते हुये उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास जारी रहने चाहिए और उन्होंने पंजाब सरकार की तरफ से भरोसा दिलाया कि ऐसे उद्यमों का पूर्ण साथ दिया जायेगा।
पंजाब भवन के परिसर में हुए रात्रि भोज के दौरान भाषा विभाग पंजाब द्वारा पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत सम्बन्धित अलग -अलग चोटी के लेखकों द्वारा लिखित रचनाओं के होर्डिंग लगाए गए। धनी राम चात्रिक, फिरोज़दीन शर्फ, बाबा नज़मी आदि लेखकों के लगाए होर्डिंग को बहुत दिलचस्पी से पढ़ा गया। इस मौके पर कांफ्रैंस के मुख्य प्रबंधक और पूर्व संसद मैंबर एच.एस. हंसपाल, विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री एस. के. संधू, भाषा विभाग की डायरैक्टर श्रीमती गुरशरन कौर वालिया, पंजाब कला परिषद के सचिव जनरल डा. लखविन्दर सिंह जौहल, पंजाब साहित्य अकादमी की प्रधान डा. सरबजीत कौर सोहल, पंजाबी यूनिवर्सिटी की उप कुलपति प्रो. बी. एस घूमन, डा. दीपक मनमोहन सिंह, डा. मनमोहन सिंह, इकबाल माहल, डा. जोगराज़ अंगरीश, सुखविन्दर अमृत, डा. रवेल सिंह आदि उपस्थित थे।
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