Advertisement
हाईकोर्ट ने दिया होस्टल अधीक्षक कौशिक की बर्खास्तगी पर स्टे
सोनीपत। सोनीपत स्थित मोतीलाल नेहरू खेलकूद विद्यालय राई में कार्यरत होस्टल अधीक्षक सुनील कौशिक के अनुभव प्रमाणपत्र को फर्जी बताकर आईजी एवं स्कूल निदेशक भारती अरोडा द्वारा उनकी सेवा बर्खास्त करने के आदेश पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने स्टे कर दिया है। हाईकोर्ट ने इस मामले में साथ ही संबंधित लोगों को 23 नवंबर के लिए नोटिस जारी करके कोर्ट में पक्ष रखने को गया है। हाईकोर्ट ने आदेश में सुनील कौशिक के पत्रकार भाई का भी जिक्र किया है। इसमें कहा गया कि उन्होंने जैसे ही सरकार को इस बारे में शिकायत की, अगले ही दिन सुनील कौशिक को बर्खास्त करने का नोटिस थमा दिया। हाईकोर्ट ने कहा कि बिना नियमित जांच किए ही सुनील कौशिक को बर्खास्त कर दिया गया।
इससे पहले जुलाई में आईजी भारती अरोड़ा द्वारा सुनील पर डाली गई 9.09 लाख रूपये के करीब की रिकवरी के आदेश पर अतिरिक्त मुख्य सचिव ने स्टे दिया है। इस रिकवरी में खास बात यह है कि इस मामले में तीन जांच अधिकारियों ने यह रिपोर्ट दी थी कि इसमें सुनील कौशिक का कोई दोष नहीं बनता है। इसके बावजूद आईजी ने बदले की भावना से कारवाई करते हुए रिकवरी के आदेश दिए।
बात यहीं खत्म नहीं हुई। इसके बाद आईजी भारती अरोडा ने सुनील कौशिक के प्रमाणपत्रों की जांच शुरू कराई। आईजी भारती अरोड़ा ने ही पत्र लिखकर यह जांच कराने को कहा। इस जांच रिपोर्ट में कहा गया कि दोनों संबंधित स्कूलों ने माना है कि सुनील कौशिक उनके यहां काम करता था और जो प्रमाणपत्र दिया गया है, वह उनकी और से जारी किया गया है। लेकिन स्कूलों ने हरियाणा सरकार के नियमों का हवाला देते हुए कहा कि 2004 से 2009 के बीच काम करने वाले इस कर्मचारी का हाजिरी रजिस्ट्रर उनके पास इस समय मौजूद नहीं है। इसी को आधार बनाकर आईजी ने सुनील कौशिक को बर्खास्त कर दिया।
इससे पहले जुलाई में आईजी भारती अरोड़ा द्वारा सुनील पर डाली गई 9.09 लाख रूपये के करीब की रिकवरी के आदेश पर अतिरिक्त मुख्य सचिव ने स्टे दिया है। इस रिकवरी में खास बात यह है कि इस मामले में तीन जांच अधिकारियों ने यह रिपोर्ट दी थी कि इसमें सुनील कौशिक का कोई दोष नहीं बनता है। इसके बावजूद आईजी ने बदले की भावना से कारवाई करते हुए रिकवरी के आदेश दिए।
बात यहीं खत्म नहीं हुई। इसके बाद आईजी भारती अरोडा ने सुनील कौशिक के प्रमाणपत्रों की जांच शुरू कराई। आईजी भारती अरोड़ा ने ही पत्र लिखकर यह जांच कराने को कहा। इस जांच रिपोर्ट में कहा गया कि दोनों संबंधित स्कूलों ने माना है कि सुनील कौशिक उनके यहां काम करता था और जो प्रमाणपत्र दिया गया है, वह उनकी और से जारी किया गया है। लेकिन स्कूलों ने हरियाणा सरकार के नियमों का हवाला देते हुए कहा कि 2004 से 2009 के बीच काम करने वाले इस कर्मचारी का हाजिरी रजिस्ट्रर उनके पास इस समय मौजूद नहीं है। इसी को आधार बनाकर आईजी ने सुनील कौशिक को बर्खास्त कर दिया।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
सोनीपत
हरियाणा से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement