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ऐसा करने पर दुबारा कभी नहीं दे पायेंगे TET
अमरीष मनीष शुक्ल,इलाहाबाद। टीईटी में शामिल हो रहे अभ्यर्थियों के लिये एक बहुत अधिक कड़ा नियम लागू
किया गया है । जिसके उल्लंघन पर अभ्यार्थी पर हमेशा के लिये बैन लगा दिया
जायेगा। यानी वह कभी टीईटी की परीक्षा में नहीं शामिल नहीं हो सकेगा। आप भी
उस नियम की बारीकी समझ लें। ताकि किसी समस्या का सामना न करना पड़े ।
नकल गतिविधि दिखी तो बैन
अभ्यर्थी अगर परीक्षा केन्द्र के अंदर नकल करता हुआ मिला य नकल सामग्री उसके पास मिली तो उस पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया जायेगा। मोबाइल फोन किसी भी दशा में परीक्षा हाल के अंदर नहीं ले जाया जा सकेगा। अगर मोबाइल किसी के पास मिला तो वह इस परीक्षा से तो बाहर होगा ही। दोबारा कभी टीईटी की परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेगा।
इसके अलावा चिट-पुर्जी, चाहे वह नकल सामग्री हो अथवा न हो। उससे नकल में मदद मिले य न मिले, पर भी प्रतिबंध होगा। कैलकूलेटर, कीवर्ड वाली घड़ी समेत प्रवेश पत्र पर दिये गये बैन वस्तुओ को परीक्षा केंद्र के अंदर ले जाना मना है।
परीक्षा वाले जिलों में तैयारी पूरी
नकल रोकने के लिये जिला प्रशासन को जिम्मेदारी मिली है। जिला प्रशासन को ही नकल होने पर जिम्मेदार माना जायेगा। सबसे अधिक जिम्मेदारी कक्ष निरीक्षक की होगी। नकल होने पर कक्ष निरीक्षक पर विधिक कार्रवाई के लिये एफआईआर दर्ज कराई जायेगी।
कड़ी व्यवस्था के लिये जिला स्तर पर केन्द्र व्यवस्थापक के अतिरिक्त प्रत्येक केन्द्र में दो परीक्षा अधिकारी भी तैनात होंगे। परीक्षा केन्द्र का निरीक्षण करने के लिये कमिश्नर, डीएम, संयुक्त शिक्षा निदेशक, एसएसपी, डीआईजी समेत जिले के अन्य अधिकारी लगातार परीक्षा होने तक सचल दल की भूमिका में नजर आयेंगे।
फोटो कापी मशीन चली तो खैर नहीं
जिन जिलों में परीक्षा केन्द्र बने हैं। उन परीक्षा केन्द्र के आस पास कोई भी फोटो कापी करने वाली मशीन चालू हालत में बैन होगी। बहुत अधिक संभव है कि पुलिस प्रशासन ऐसी दुकानों को परीक्षा समय तक बंद करवाये। ताकि यहां से ऐसी गतिविधि न संचालित हो सकें। जो परीक्षा को प्रभावित करे। क्योंकि राज्य स्तर की कई परीक्षा में यह आरोप लग चुके हैं कि हल प्रश्न पत्र की फोटो कापी परीक्षा में बांटी गई ।
वैसे भी नियमतः यह निर्देश जारी हो चुका है कि परीक्षा के दिन केन्द्र के आधा किलोमीटर के दायरे में सभी फोटो कॉपी की दुकानों को बंद रहनी चाहिए। इन दुकानों को बंद कराने की जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस को दी गई है ।
नकल गतिविधि दिखी तो बैन
अभ्यर्थी अगर परीक्षा केन्द्र के अंदर नकल करता हुआ मिला य नकल सामग्री उसके पास मिली तो उस पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया जायेगा। मोबाइल फोन किसी भी दशा में परीक्षा हाल के अंदर नहीं ले जाया जा सकेगा। अगर मोबाइल किसी के पास मिला तो वह इस परीक्षा से तो बाहर होगा ही। दोबारा कभी टीईटी की परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेगा।
इसके अलावा चिट-पुर्जी, चाहे वह नकल सामग्री हो अथवा न हो। उससे नकल में मदद मिले य न मिले, पर भी प्रतिबंध होगा। कैलकूलेटर, कीवर्ड वाली घड़ी समेत प्रवेश पत्र पर दिये गये बैन वस्तुओ को परीक्षा केंद्र के अंदर ले जाना मना है।
परीक्षा वाले जिलों में तैयारी पूरी
नकल रोकने के लिये जिला प्रशासन को जिम्मेदारी मिली है। जिला प्रशासन को ही नकल होने पर जिम्मेदार माना जायेगा। सबसे अधिक जिम्मेदारी कक्ष निरीक्षक की होगी। नकल होने पर कक्ष निरीक्षक पर विधिक कार्रवाई के लिये एफआईआर दर्ज कराई जायेगी।
कड़ी व्यवस्था के लिये जिला स्तर पर केन्द्र व्यवस्थापक के अतिरिक्त प्रत्येक केन्द्र में दो परीक्षा अधिकारी भी तैनात होंगे। परीक्षा केन्द्र का निरीक्षण करने के लिये कमिश्नर, डीएम, संयुक्त शिक्षा निदेशक, एसएसपी, डीआईजी समेत जिले के अन्य अधिकारी लगातार परीक्षा होने तक सचल दल की भूमिका में नजर आयेंगे।
फोटो कापी मशीन चली तो खैर नहीं
जिन जिलों में परीक्षा केन्द्र बने हैं। उन परीक्षा केन्द्र के आस पास कोई भी फोटो कापी करने वाली मशीन चालू हालत में बैन होगी। बहुत अधिक संभव है कि पुलिस प्रशासन ऐसी दुकानों को परीक्षा समय तक बंद करवाये। ताकि यहां से ऐसी गतिविधि न संचालित हो सकें। जो परीक्षा को प्रभावित करे। क्योंकि राज्य स्तर की कई परीक्षा में यह आरोप लग चुके हैं कि हल प्रश्न पत्र की फोटो कापी परीक्षा में बांटी गई ।
वैसे भी नियमतः यह निर्देश जारी हो चुका है कि परीक्षा के दिन केन्द्र के आधा किलोमीटर के दायरे में सभी फोटो कॉपी की दुकानों को बंद रहनी चाहिए। इन दुकानों को बंद कराने की जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस को दी गई है ।
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