Advertisement
पहले रुकती थी ट्रेन, फिर से रोकने के प्रयास शुरू
चित्तौडग़ढ़। मीटर गेज के समय ठहराव करने वाली चेतक एक्सप्रेस यात्री गाड़ी का कपासन रेलवे स्टेशन पर ठहराव करने की मांग उठने लगी है।
जिला आयोजना समिति के सदस्य एवं पार्षद नंदकिशोर टेलर ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु को पत्र भेज कर उदयपुर दिल्ली सराय रोहिल्ला के मध्य संचालित चेतक एक्सप्रेस यात्री गाड़ी संख्या 12981-12982 का यात्रियों की सुविधा के लिए कपासन में ठहराव करने की मांग की है। टेलर ने सांसद सीपी जोशी के माध्यम से भेजे पत्र में कहा है कि कपासन रेलवे स्टेशन पर लगभग 200 गांवों के यात्रियों का जुड़ाव है तथा ये स्टेशन प्रसिद्ध मेवाड़ मालवा का तीर्थ एवं मातृकुंडिया के सबसे निकटतम स्टेशन है।
साथ ही कपासन में अजमेर की दरगाह के बाद प्रसिद्ध राजस्थान के दूसरे नंबर की हजरत दीवाना साहब की दरगाह है। इन सभी तीर्थ स्थानों पर सैकड़ों तीर्थ यात्रियों का प्रतिदिन आना-जाना रहता है। यहां स्टेशन की राजस्व आय 12 लाख रुपए मासिक है तथा प्रतिदिन 1500 यात्री यहां से यात्रा करते हैं।
तत्कालीन सांसद श्रीचंद कृपलानी के प्रयासों से 15 सितंबर 2001 को चेतक एक्सप्रेस का कपासन में ठहराव करवाया था, लेकिन आमान परिवर्तन के बाद 20 अगस्त, 2005 से ब्राडगेज रेलगाडिय़ों का इस मार्ग पर संचालन होने के साथ ही चेतक एक्सप्रेस का ठहराव बंद कर दिया गया था।
जिला आयोजना समिति के सदस्य एवं पार्षद नंदकिशोर टेलर ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु को पत्र भेज कर उदयपुर दिल्ली सराय रोहिल्ला के मध्य संचालित चेतक एक्सप्रेस यात्री गाड़ी संख्या 12981-12982 का यात्रियों की सुविधा के लिए कपासन में ठहराव करने की मांग की है। टेलर ने सांसद सीपी जोशी के माध्यम से भेजे पत्र में कहा है कि कपासन रेलवे स्टेशन पर लगभग 200 गांवों के यात्रियों का जुड़ाव है तथा ये स्टेशन प्रसिद्ध मेवाड़ मालवा का तीर्थ एवं मातृकुंडिया के सबसे निकटतम स्टेशन है।
साथ ही कपासन में अजमेर की दरगाह के बाद प्रसिद्ध राजस्थान के दूसरे नंबर की हजरत दीवाना साहब की दरगाह है। इन सभी तीर्थ स्थानों पर सैकड़ों तीर्थ यात्रियों का प्रतिदिन आना-जाना रहता है। यहां स्टेशन की राजस्व आय 12 लाख रुपए मासिक है तथा प्रतिदिन 1500 यात्री यहां से यात्रा करते हैं।
तत्कालीन सांसद श्रीचंद कृपलानी के प्रयासों से 15 सितंबर 2001 को चेतक एक्सप्रेस का कपासन में ठहराव करवाया था, लेकिन आमान परिवर्तन के बाद 20 अगस्त, 2005 से ब्राडगेज रेलगाडिय़ों का इस मार्ग पर संचालन होने के साथ ही चेतक एक्सप्रेस का ठहराव बंद कर दिया गया था।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
चित्तौड़गढ़
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement