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बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर राजद का राजभवन मार्च
पटना| बिहार में गिरती कानून
व्यवस्था और बढ़ते अपराध के खिलाफ सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के
विधायकों ने बिहार राजभवन मार्च किया और राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें एक
ज्ञापन सौंपा।
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी
प्रसाद यादव के नेतृत्व में राजद के विधायकों, विधान पार्षदों और
कार्यकर्ताओं ने विधानसभा से राजभवन तक पैदल मार्च किया। राजभवन पहुंचकर
राजद का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मिला और उन्हें एक
ज्ञापन सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे तेजस्वी प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि जुलाई 2017 से पहले के आंकड़े और उसके बाद के आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि भाजपा-जद (यू) के नेताओं ने प्रशासनिक अमले के माध्यम से बर्बरता की घटनाओं को अंजाम दिया है।
बिहार के सभी क्षेत्रों में हर रोज अपराधिक घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने मुजफ्फरपुर में सड़क हादसे में नौ बच्चों की मौत के लिए दोषी भाजपा नेता मनोज बैठा की गिरफ्तारी नहीं होने पर सड़क पर उतरकर आंदोलन करने की धमकी भी दी।
राजद ने अपने ज्ञापन में बिहार सरकार पर अदालत के आदेश की अवहेलना करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसी सरकार को राज्य की सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। ज्ञापन में कई घोटालों की भी चर्चा की गई है।
आईएएनएस
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे तेजस्वी प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि जुलाई 2017 से पहले के आंकड़े और उसके बाद के आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि भाजपा-जद (यू) के नेताओं ने प्रशासनिक अमले के माध्यम से बर्बरता की घटनाओं को अंजाम दिया है।
बिहार के सभी क्षेत्रों में हर रोज अपराधिक घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने मुजफ्फरपुर में सड़क हादसे में नौ बच्चों की मौत के लिए दोषी भाजपा नेता मनोज बैठा की गिरफ्तारी नहीं होने पर सड़क पर उतरकर आंदोलन करने की धमकी भी दी।
राजद ने अपने ज्ञापन में बिहार सरकार पर अदालत के आदेश की अवहेलना करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसी सरकार को राज्य की सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। ज्ञापन में कई घोटालों की भी चर्चा की गई है।
आईएएनएस
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