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आपदा से पहले जैसी स्थिति बहाल करने के लिए दोगुनी ताकत से काम करना होगा
जयपुर।
जालोर जिला कलक्टर एलएन सोनी ने अधिकारियों से कहा कि जिले में बरसाती
आपदा से पहले जैसी सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए हमें अपनी क्षमता से
दोगुना काम करना होगा। सभी विभाग बाढ़ के दौरान तात्कालिक राहत देने के लिए
किए जा रहे कार्यों की गति को बनाए रखें।
सोनी ने मंगलवार को जालोर कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित साप्ताहिक बैठक में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बरसात के दौरान सभी विभागों ने पूरी ताकत के साथ काम किया है जिससे अतिवृष्टि से पैदा हुआ बाढ़ का तात्कालिक संकट खत्म हो गया है, लेकिन व्यवस्थाएं पूरी तरह ठीक कर सुचारू नहीं हुई है। इस लिहाज से हमारे लिए अगस्त का माह बहुत महत्वपूर्ण है। हमें इस माह अपनी क्षमता से दोगुनी ताकत से कार्य कर आपदा से पहले जैसी सामान्य स्थिति बहाल करनी है।
जिला कलक्टर ने कहा कि सांचौर एवं चितलवाना क्षेत्र को छोड़कर शेष जिले में स्थिति लगभग सामान्य हो गई है। हमें अब पूरा ध्यान सबसे ज्यादा प्रभावित सांचौर एवं चितलवाना क्षेत्र में जरूरतमंद को खाद्य सामग्री मुहैया करवाने, आवागमन सुचारू करने, बिजली-पानी व्यवस्थाएं बहाल करने पर केंद्रित करना होगा। उन्होंने चितलवाना क्षेत्र में राशन सामग्री वितरण की समस्या का जिक्र करते हुए जिला रसद अधिकारी को बुधवार शाम तक सामान वितरित सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने डीएसओ से कहा कि पिछले सात दिन से भारतीय खाद्य निगम का कांटा खराब है। आमजन राशन के लिए पानी में परेशान हो रहा है और आप कांटा ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं। यह उचित नहीं है। हर हालत में आज शाम तक कांटे से सामान की तुलाई कराकर रवाना करें। बुधवार शाम तक सब लोगों को राशन सामग्री नहीं पहुंची तो आप स्वयं जिम्मेदार होंगे। इसके लिए रसद विभाग की पूरी टीम सक्रिय करें और सभी डीलरों को सामग्री वितरण के लिए पाबंद करें।
कलक्टर ने सार्वजनिक निर्माण विभाग को चितलवाना क्षेत्र में गांवों का सम्पर्क जोड़ने के लिए टूटी हुई सड़कें, पुल एवं रपट तुरंत ठीक करने के निर्देश दिए ताकि आवागमन सुचारू होने से राहत संबंधी अन्य कार्य भी आसान हो सके। उन्होंने आपदा राहत एवं सहायता कोष से मिलने वाली राशि पूरी पारदर्शिता के साथ बेहद जरूरी कार्यों में ही खर्च करने के निर्देश दिए। विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि जिलेभर के सभी जीएसएस ठीक कर दिए गए हैं। दांतवाड़ा में जीएसएस निर्माण के लिए दूसरी चिहिन्त भूमि का पूजन कर कार्य शुरु कर दिया है। सम्पर्क टूटा होने से चितलवाना क्षेत्र के 20 गांवों में बिजली चालू नहीं हो पायी है। रास्ता ठीक होते ही इन गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता ने सभी जरूरी रास्ते शीघ्र ठीक करने की बात कही।
बैठक के दौरान जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पेयजल व्यवस्था सुचारू करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। स्वीकृत पांच ट्यूबवेल में से दो ट्यूबवेल खुदकर तैयार हो गए हैं। एक ट्यूबवेल सायला रोड पर सोनपुरा में खुदने की प्रक्रिया में है और दो ट्यूबवेल आगामी चार-पांच दिन में खुदवा दिए जाएंगे।
कलक्टर ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को मेडिकल मोबाइल टीमों का सुबह 7 बजे से सायं 7 बजे तक क्षेत्र में रहना सुनिश्चित करते हुए रोगियों की स्क्रीनिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने पशुपालन विभाग को सभी मृत पशुओं का निस्तारण कराने के निर्देश दिए। जिला परिषद् सीईओ को ग्राम सेवकों से मृत जानवरों के सम्पूर्ण निस्तारण की रिपोर्ट प्राप्त कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि तीसरे चरण के लिए गांवों एवं कार्यों का चयन हर कसौटी पर परखकर ही करें। चयन के बाद जगह ठीक नहीं होने या फिजिबल नहीं होने जैसी बात सामने आई तो संबंधित विभागीय अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसलिए जिला स्तरीय विभागीय अधिकारी कार्य की पूरी जांच करके ही चयन करें। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन पर चर्चा करते हुए शौचालय निर्माण की गति बढ़ाकर जिले को शीघ्र खुले से शौच मुक्त बनाने का प्रयास करने को कहा।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री नरेश बुनकर, जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिराम मीणा सहित विभागीय जिला अधिकारी उपस्थित थे।
सोनी ने मंगलवार को जालोर कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित साप्ताहिक बैठक में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बरसात के दौरान सभी विभागों ने पूरी ताकत के साथ काम किया है जिससे अतिवृष्टि से पैदा हुआ बाढ़ का तात्कालिक संकट खत्म हो गया है, लेकिन व्यवस्थाएं पूरी तरह ठीक कर सुचारू नहीं हुई है। इस लिहाज से हमारे लिए अगस्त का माह बहुत महत्वपूर्ण है। हमें इस माह अपनी क्षमता से दोगुनी ताकत से कार्य कर आपदा से पहले जैसी सामान्य स्थिति बहाल करनी है।
जिला कलक्टर ने कहा कि सांचौर एवं चितलवाना क्षेत्र को छोड़कर शेष जिले में स्थिति लगभग सामान्य हो गई है। हमें अब पूरा ध्यान सबसे ज्यादा प्रभावित सांचौर एवं चितलवाना क्षेत्र में जरूरतमंद को खाद्य सामग्री मुहैया करवाने, आवागमन सुचारू करने, बिजली-पानी व्यवस्थाएं बहाल करने पर केंद्रित करना होगा। उन्होंने चितलवाना क्षेत्र में राशन सामग्री वितरण की समस्या का जिक्र करते हुए जिला रसद अधिकारी को बुधवार शाम तक सामान वितरित सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने डीएसओ से कहा कि पिछले सात दिन से भारतीय खाद्य निगम का कांटा खराब है। आमजन राशन के लिए पानी में परेशान हो रहा है और आप कांटा ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं। यह उचित नहीं है। हर हालत में आज शाम तक कांटे से सामान की तुलाई कराकर रवाना करें। बुधवार शाम तक सब लोगों को राशन सामग्री नहीं पहुंची तो आप स्वयं जिम्मेदार होंगे। इसके लिए रसद विभाग की पूरी टीम सक्रिय करें और सभी डीलरों को सामग्री वितरण के लिए पाबंद करें।
कलक्टर ने सार्वजनिक निर्माण विभाग को चितलवाना क्षेत्र में गांवों का सम्पर्क जोड़ने के लिए टूटी हुई सड़कें, पुल एवं रपट तुरंत ठीक करने के निर्देश दिए ताकि आवागमन सुचारू होने से राहत संबंधी अन्य कार्य भी आसान हो सके। उन्होंने आपदा राहत एवं सहायता कोष से मिलने वाली राशि पूरी पारदर्शिता के साथ बेहद जरूरी कार्यों में ही खर्च करने के निर्देश दिए। विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि जिलेभर के सभी जीएसएस ठीक कर दिए गए हैं। दांतवाड़ा में जीएसएस निर्माण के लिए दूसरी चिहिन्त भूमि का पूजन कर कार्य शुरु कर दिया है। सम्पर्क टूटा होने से चितलवाना क्षेत्र के 20 गांवों में बिजली चालू नहीं हो पायी है। रास्ता ठीक होते ही इन गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता ने सभी जरूरी रास्ते शीघ्र ठीक करने की बात कही।
बैठक के दौरान जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पेयजल व्यवस्था सुचारू करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। स्वीकृत पांच ट्यूबवेल में से दो ट्यूबवेल खुदकर तैयार हो गए हैं। एक ट्यूबवेल सायला रोड पर सोनपुरा में खुदने की प्रक्रिया में है और दो ट्यूबवेल आगामी चार-पांच दिन में खुदवा दिए जाएंगे।
कलक्टर ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को मेडिकल मोबाइल टीमों का सुबह 7 बजे से सायं 7 बजे तक क्षेत्र में रहना सुनिश्चित करते हुए रोगियों की स्क्रीनिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने पशुपालन विभाग को सभी मृत पशुओं का निस्तारण कराने के निर्देश दिए। जिला परिषद् सीईओ को ग्राम सेवकों से मृत जानवरों के सम्पूर्ण निस्तारण की रिपोर्ट प्राप्त कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि तीसरे चरण के लिए गांवों एवं कार्यों का चयन हर कसौटी पर परखकर ही करें। चयन के बाद जगह ठीक नहीं होने या फिजिबल नहीं होने जैसी बात सामने आई तो संबंधित विभागीय अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसलिए जिला स्तरीय विभागीय अधिकारी कार्य की पूरी जांच करके ही चयन करें। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन पर चर्चा करते हुए शौचालय निर्माण की गति बढ़ाकर जिले को शीघ्र खुले से शौच मुक्त बनाने का प्रयास करने को कहा।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री नरेश बुनकर, जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिराम मीणा सहित विभागीय जिला अधिकारी उपस्थित थे।
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