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केशरीनाथ त्रिपाठी का विरोध कर रहे वकीलों पर लाठी चार्ज
ऋतु भार्गव, मेरठ। मेरठ में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल
केशरीनाथ त्रिपाठी के आगमन का विरोध कर रहे वकीलों पर शनिवार सुबह पुलिस ने लाठीचार्ज
कर दिया। कचहरी से जुलूस के रूप में निकलकर विश्वविद्यालय की ओर जा रहे वकीलों को जेल चुंगी
चौराहे पर रोकने के प्रयास के दौरान हालात बेकाबू हो गए। पुलिस और वकीलों के बीच भिड़ंत
में पुलिस ने लाठियां फटकार कर कई वकीलों को हिरासत में ले लिया।
वकीलों का कहना है कि केशरीनाथ त्रिपाठी ने ही वेस्ट यूपी में हाईकोर्ट बेंच का विरोध किया था, जिसके चलते आज तक यहां बेंच नहीं मिल सकी। यहां भिड़ंत के बाद बड़ी संख्या में अधिवक्ता विश्वविद्यालय के गेट के पास पहुंच गए। वकीलों ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ते हुए विश्वविद्यालय की ओर कूच कर दिया। सर छोटू राम इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने पुलिस के दूसरे घेरे को भी तोड़कर वकील आगे बढ़ गए। यहां भी पुलिस के साथ वकीलों की जबरदस्त टकराव हुआ।
पुलिस ने अधिवक्ताओं का नेतृत्व कर रहे एक वकील को लाठियों से पीटा और जीप में डाल लिया। एसएसपी मंजिल सैनी ने खुद वकीलों पर लाठियां बरसाईं। विश्वविद्यालय गेट पर पुलिस की वकीलों से जबरदस्त धक्कामुक्की और हाथापाई हो गई। आक्रोशित वकीलों ने चेतावनी दी कि पुलिस कानून को हाथ में न ले। विश्वविद्यालय गेट पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। दमकल की कई गाड़ियां और आंसू गैस के गोले लिए जवान मुस्तैद रहे। वकीलों को गिरफ्तार कर ले जाने के लिए रोड़वेज की छह बसें मंगा रखी थी। लाठीचार्ज से आक्रोशित वकीलों ने कहा कि हम सर पर कफन बाँध कर आए है, मौत मंजूर है, मगर यहां से हटेंगे नहीं। वहीं, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए केशरीनाथ त्रिपाठी को पहले पुलिस लाईन हेलीकॉटर से आना था और फिर उसके बाद रोड़ से यूनिर्वसिटी पहुंचना था। लेकिन वकीलो के हंगामे को देखते हुए केसरी नाथ त्रिपाठी को सीधे विश्वविद्यालय में उतरा गया जिस पर वकीलों का गुस्सा सातवे आसमान पर पहुंच गया।
वकीलों का कहना है कि केशरीनाथ त्रिपाठी ने ही वेस्ट यूपी में हाईकोर्ट बेंच का विरोध किया था, जिसके चलते आज तक यहां बेंच नहीं मिल सकी। यहां भिड़ंत के बाद बड़ी संख्या में अधिवक्ता विश्वविद्यालय के गेट के पास पहुंच गए। वकीलों ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ते हुए विश्वविद्यालय की ओर कूच कर दिया। सर छोटू राम इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने पुलिस के दूसरे घेरे को भी तोड़कर वकील आगे बढ़ गए। यहां भी पुलिस के साथ वकीलों की जबरदस्त टकराव हुआ।
पुलिस ने अधिवक्ताओं का नेतृत्व कर रहे एक वकील को लाठियों से पीटा और जीप में डाल लिया। एसएसपी मंजिल सैनी ने खुद वकीलों पर लाठियां बरसाईं। विश्वविद्यालय गेट पर पुलिस की वकीलों से जबरदस्त धक्कामुक्की और हाथापाई हो गई। आक्रोशित वकीलों ने चेतावनी दी कि पुलिस कानून को हाथ में न ले। विश्वविद्यालय गेट पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। दमकल की कई गाड़ियां और आंसू गैस के गोले लिए जवान मुस्तैद रहे। वकीलों को गिरफ्तार कर ले जाने के लिए रोड़वेज की छह बसें मंगा रखी थी। लाठीचार्ज से आक्रोशित वकीलों ने कहा कि हम सर पर कफन बाँध कर आए है, मौत मंजूर है, मगर यहां से हटेंगे नहीं। वहीं, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए केशरीनाथ त्रिपाठी को पहले पुलिस लाईन हेलीकॉटर से आना था और फिर उसके बाद रोड़ से यूनिर्वसिटी पहुंचना था। लेकिन वकीलो के हंगामे को देखते हुए केसरी नाथ त्रिपाठी को सीधे विश्वविद्यालय में उतरा गया जिस पर वकीलों का गुस्सा सातवे आसमान पर पहुंच गया।
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