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बंदी रक्षक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
पीलीभीत। यूपी के पीलीभीत जिले में एक बंदी रक्षक ने बुधवार देर रात
फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। हालांकि,
बंदी रक्षक के आत्महत्या करने की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।
जिला जेल के जेलर ने बंदी रक्षक के परिजनों को फ़ोन कर सूचना देने के साथ शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मामला नगर कोतवाली क्षेत्र के पुलिस लाइन स्थित जिला जेल का है. जहां बदायूं जिले के फैजगंज वेहटा निवासी लवकुमार (25) ने देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वह जिला जेल में बने डी-16 क्वार्टर में अपनी पत्नी और एक बच्चे के साथ रहते थे।
वह 10 दिन पूर्व ही पत्नी और आठ माह के बच्चे को उसके मायके छोड़कर आए थे। लवकुमार की रात 12 बजे से सुबह 4 बजे तक की डयूटी थी, पर देर रात 1 बजे तक जब वह डयूटी पर नहीं पहुंचे तो डायल 100 को सूचना दी गई।
पुलिस कर्मियों ने सुबह 5 बजे क्वार्टर पर जाकर देखा तो उसका दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा खोला गया तो पता लगा कि लवकुमार का शव छत के कुंडे से लटका हुआ है।इसकी सूचना तत्काल जेलर ने मृतक के परिजनों को दी।लवकुमार के भाई ने बताया कि वह 2012 में पुलिस में भर्ती हुए थे। दिसम्बर 2014 से पीलीभीत जिला जेल में बंदी रक्षक थे।
हालांकि आत्महत्या करने की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है।मगर इस घटना के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।इस पूरे मामले में सीओ सिटी धर्म सिंह ने बताया कि लवकुमार जेल के परिजनों की तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाए।
जिला जेल के जेलर ने बंदी रक्षक के परिजनों को फ़ोन कर सूचना देने के साथ शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मामला नगर कोतवाली क्षेत्र के पुलिस लाइन स्थित जिला जेल का है. जहां बदायूं जिले के फैजगंज वेहटा निवासी लवकुमार (25) ने देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वह जिला जेल में बने डी-16 क्वार्टर में अपनी पत्नी और एक बच्चे के साथ रहते थे।
वह 10 दिन पूर्व ही पत्नी और आठ माह के बच्चे को उसके मायके छोड़कर आए थे। लवकुमार की रात 12 बजे से सुबह 4 बजे तक की डयूटी थी, पर देर रात 1 बजे तक जब वह डयूटी पर नहीं पहुंचे तो डायल 100 को सूचना दी गई।
पुलिस कर्मियों ने सुबह 5 बजे क्वार्टर पर जाकर देखा तो उसका दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा खोला गया तो पता लगा कि लवकुमार का शव छत के कुंडे से लटका हुआ है।इसकी सूचना तत्काल जेलर ने मृतक के परिजनों को दी।लवकुमार के भाई ने बताया कि वह 2012 में पुलिस में भर्ती हुए थे। दिसम्बर 2014 से पीलीभीत जिला जेल में बंदी रक्षक थे।
हालांकि आत्महत्या करने की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है।मगर इस घटना के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।इस पूरे मामले में सीओ सिटी धर्म सिंह ने बताया कि लवकुमार जेल के परिजनों की तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाए।
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